सर्वाइकल (सर्विक्स) और ओवेरियन कैंसर जैसी जटिल सर्जरी के लिए मध्य प्रदेश की महिलाओं को अब मुंबई के टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल या तिरुवनंतपुरम के राजकीय कैंसर संस्थान जाने की जरूरत नहीं होगी। भोपाल के हमीदिया अस्पताल में ऐसी सर्जरी का सफलतापूर्वक शुरुआत हो चुकी है। हमीदिया के गायनिक विभाग में मौजूदा उपकरणों के जरिए जटिल सर्जरी को अंजाम दिया जा रहा है।
अब तक 11 जटिल सर्जरी हो चुकी हैं, जिनमें 3 सर्जरी सर्वाइकल कैंसर की, 5 सर्जरी ओवेरियन कैंसर की और 3 अन्य गायनिक समस्याओं की शामिल हैं। हालांकि, इसके लिए अलग से अभी कोई विभाग या ऑपरेशन थिएटर नहीं बनाया गया है।
हाल में 29 साल की एक महिला की सर्जरी हुई, जो सेकंडरी अमेनोरिया और पेट दर्द से परेशान थी। उन्हें सर्वाइकल कैंसर था। वहीं, गर्भाशय के कैंसर से जूझ 38 साल की महिला भी इसी दिसंबर माह में सर्जरी की गई है। दरअसल, डिपार्टमेंट ऑफ ऑब्सटेट्रिक एंड गायनेकोलॉजी जीएमसी भोपाल टीम ने गर्भाशय कैंसर से पीड़ित महिलाओं को समय पर निदान और सर्जरी उपलब्ध कराने के लिए विशेष प्रयास किए हैं।
महिलाओं के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए इस जानलेवा बीमारी से जुड़ी जोखिम और मृत्युदर को कम करने के लिए यह प्रयास किए जा रहे हैं।
गांधी मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) की डीन डॉ. कविता एन. सिंह ने बताया कि उन्होंने गायनेकोलॉजी विभाग के डॉक्टरों को लाइव सर्जरी के माध्यम से प्रशिक्षण भी देना शुरू किया है। इससे न केवल असिस्टिंग डॉक्टरों को नई तकनीकों से परिचित कराया जाता है, बल्कि सर्जरी के प्रति विशेषज्ञता भी बढ़ाई जाती है। हमीदिया के एच-2 ब्लॉक के गायनिक विभाग में हर सोमवार को डीन कैंसर क्लीनिक लगा रही हैं।
बड़ी राहत : क्योंकि भोपाल में 1 लाख में से 33 महिलाओं को हो रहा सर्विक्स कैंसर, यह 30 साल में दोगुना पहुंचा
भोपाल में महिलाओं में कैंसर के मामले तेजी से बढ़े हैं। एनसीडीआईआर की रिपोर्ट के मुताबिक, 2025 में कैंसर पीड़ितों में महिलाएं सबसे ज्यादा होंगी। आंकड़ों के अनुसार, 31% महिला स्तन कैंसर से तो 12% सर्विक्स कैंसर से पीड़ित हैं। प्रति लाख जनसंख्या पर भोपाल में साल 1990 में 18 केस सामने आते थे, अब यही संख्या 33 पर पहुंच चुकी है।