नई दिल्ली। कोरोनाकाल में इसके संक्रमण से निजात पाने के लिए कोरबारी अपने तरीके से प्रयत्नशील हैं। मोबाइल वॉलेट कंपनी पेटीएम के संस्थापक विजय शेखर शर्मा कॉन्टैक्टलेस फूड ऑर्डर के लिए 10 राज्य सरकारों से ‘स्केन टू आर्डर’ क्यूआर कोड सिस्टम पेश करने पर बात कर रहे हैं। कंपनी ने एक बयान में कहा कि वो सरकार से क्यूआर आधारित फूड ऑर्डर करने के लिए 'स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर' के बारे में बात कर रही है। इस सिस्टम के तहत ग्राहक फूड मेन्यू को स्कैन कर अपने फोन के माध्यम से ही खाना ऑर्डर कर सकते हैं। इसके तहत उनके पास वॉलेट, कार्ड्स या यूपीआई के जरिए भी पेमेंट करने की सुविधा होगी। रेस्टोरेंट्स इस व्हाइट लेबल प्रोडक्ट के तौर पर इस्तेमाल कर सकेंगे, जिसे वो अपने लोगो, ब्रांड कलर आदि के साथ पैम्पलेट, होर्डिंग्स और साइनबोर्ड्स में भी इस्तेमाल कर सकेंगे।
इस कोड के पहले चरण के लॉन्चिंग में पेटीएम 1 लाख रेस्टोरेंट्स पर यह सुविधा देगा। पेटीएम का यह प्रस्ताव एक ऐसे समय पर आया है, जब सरकार ने देशभर में 8 जून होटल, शॉपिंग मॉल्स और रेस्टोरेंट्स खोलने को हरी झंडी दी है। पेटीएम के वाइस प्रेसिडेंट निखिल सिंघल ने कहा, 'हमें विश्वास है कि कॉन्टैक्टलेस फूड ऑर्डरिंग सिस्टम के तहत इन प्रतिष्ठानों को अपनी बिजनेस शुरू करने में मदद मिलेगी और इसके साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए मौजूदा महामारी से बचने में भी मदद मिलेगी।' हाल ही में कंपनी ने अपने ई-कॉमर्स वेंचर पेटीएम मॉल के हेडक्वॉर्टर को नोएडा से बेंगलुरु शिफ्ट किया है। अब कंपनी अपने प्रोडक्ट और टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट में 300 लोगों को हायर करने का प्लान बना रही है। पेटीएम मॉल ने दावा किया है कि पिछले वित्तीय वर्ष में उसने हर तिमाही में होने वाले नुकसान को 17 मिलियन डॉलर से घटाकर 2 मिलियन डॉलर किया है।