रविवार को महिला का शव बिना पोस्टमॉर्टम कराए परिजन के सुपर्द कर दिया गया। मृत महिला के पोते की शिकायत पर पुलिस ने अज्ञात लोगों पर मारपीट का केस दर्ज किया है। उधर डॉक्टरों की तरफ से कराई गई शिकायत को भी जांच में शामिल किया है। मारपीट में दोनों पक्षों के आठ लोग चोटिल हुए हैं। मामला रविवार को इंटरनेट मीडिया पर भी वायरल हुआ है।
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- कोहेफिजा थाना प्रभारी बिजेंद्र मर्सकोले ने बताया कि परवलिया सड़क इलाके के झिरनिया गांव निवासी सूरज बंजारा ने शिकायत दर्ज कराई है। उसमें बताया कि तबीयत खराब होने के कारण 6 दिन पहले उसकी दादी डॉली बाई को हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया था। उन्हें शुगर के अलावा ब्लह प्रेशर की भी शिकायत थी।
- हालत बिगड़ने पर शनिवार को दादी को अस्पताल की तीसरी मंजिल पर आइसीयू में भर्ती कराया गया था। रात लगभग 12 बजे दादी की मृत्यु हो गई। परिवार के लोग शव को घर ले जाने की तैयारी कर रहे थे। इस दौरान ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए मर्चुरी भेजने लगे।
- पोस्टमॉर्टम का विरोध करने पर डॉक्टरों के अलावा अस्पताल के कर्मचारियों ने उन लोगों के साथ लात-घूंसों और बेल्ट से मारपीट करना शुरू कर दी। इससे उसे और उसके चार रिश्तेदारों को काफी चोट लगी है। सूरज की शिकायत पर अज्ञात लोगों के खिलाफ मारपीट का केस दर्ज कर लिया गया है। आरोपियों की पहचान के लिए वहां लगे सीसीटीवी के फुटेज देखे जा रहे हैं।
डॉक्टरों ने भी कराई एफआईआर
उधर डॉक्टरों ने भी इस मामले में लिखित शिकायत दी है। उसमें बताया कि मरीज के परिजन के अलावा 30-40 लोगों ने आइसीयू में घुसकर डॉक्टरों और कर्मचारियों के साथ जमकर मारपीट की। इसमें तीन-चार लोगों को चोट लगी है। उधर रविवार को डॉली बाई का शव बिना पोस्टमॉर्टम कराए परिजनों को सौंप गया है। मामले की जांच की जा रही है।