मुंबई। अप्रैल में गैर-खाद्य ऋण में नयी वृद्धि मार्च की तुलना में 1.2 प्रतिशत घटकर 91 लाख करोड़ रुपए रही। मार्च में इस तरह के बकाया कर्ज में 92.12 लाख करोड़ रुपए की अतिरिक्त वृद्धि हुई थी। रिजर्व बैंक के ताजा आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है। सालाना आधार पर गैर-खाद्य ऋण की वृद्धि अप्रैल के अंत में घटकर 7.3 प्रतिशत रह गई, जो पिछले साल इसी महीने में 11.9 प्रतिशत रही थी। आंकड़ों के अनुसार सूक्ष्म, लघु, मझोले और बड़े उद्योगों को अतिरिक्त ऋण की वृद्धि समीक्षाधीन महीने में 0.7 प्रतिशत घटकर 28.84 लाख करोड़ रुपए रही, जो इससे पिछले महीने 29.05 लाख करोड़ रुपए था। वहीं सूक्ष्म और लघु उपक्रमों को अप्रैल में ऋण 6.2 प्रतिशत घटकर 3.58 लाख करोड़ रुपए रहा, जो मार्च में 3.81 लाख करोड़ रुपए रहा था। गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) को ऋण 0.6 प्रतिशत बढ़कर 8.12 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गया, जो मार्च में 8.07 लाख करोड़ रुपए रहा था।