नई दिल्ली । ऑस्ट्रेलिया में मिली ऐतिहासिक जीत के बाद भारतीय टीम आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) तालिका में शीर्ष पर भी पहुंच गई। इससे जून में पहली बार होने वाले डब्ल्यूटीसी फाइनल में जगह बनाने की उसकी संभावना भी काफी बढ़ गई हैं। अभी के समीकरण पर नजर डालें तो यह भारत, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के दावेदार होने के बारे में लग रहा है। इंग्लैंड के पास भी मौका है। कोरोना वायरस महामारी के चलते काफी नुकसान हुआ और कुछ क्रिकेट सीरीज को स्थगित भी करना पड़ा। इसी के कारण आईसीसी को पिछले नवंबर में डब्ल्यूटीसी अंक प्रणाली को फिर से तैयार करने के लिए मजबूर होना पड़ा। अब टीमों को किसी सीरीज में कुल अंकों में से जीते गए अंकों के प्रतिशत के अनुसार स्थान दिया गया है। किसी भी टेस्ट सीरीज में कुल अंकों की संख्या 120 है। भारत-ऑस्ट्रेलिया सीरीज में, एक जीत में 30 अंक, एक टाई से 15 और ड्रॉ के 10 अंक होते हैं, जिसके आधार पर प्रतिशत की गणना की जाती है। यदि टीमों को अंक प्रतिशत के आधार पर रखा जाता है, तो रन-प्रति-विकेट अनुपात की गणना की जाएगी। भारत को अब इंग्लैंड के खिलाफ 4 मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है। उसे संभावित 120 में से 80 और अंक चाहिए जिससे वह न्यूजीलैंड से आगे रह सके। भारत को डब्ल्यूटीसी फाइनल में अपनी जगह पक्की करने के लिए इंग्लैंड को 2 मैचों के अंतर से हराना होगा। यदि भारत 1 टेस्ट हार जाता है, तो उन्हें शेष 3 जीतने की जरूरत होगी। जैसे- भारत को 4-0, 3-1, 3-0 या 2-0 से सी