बांग्लादेश के पूर्व कप्तान तमीम इकबाल ने फिर इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। यह दूसरी बार है जब उन्होंने अपने करियर को अलविदा कहा है। तमीम ने जुलाई 2023 में भी इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लिया था, लेकिन 24 घंटे के भीतर ही अपना फैसला बदल दिया था।
तमीम ने हाल ही में नेशनल सेलेक्शन पैनल से मुलाकात की थी। उन्होंने ICC चैंपियंस ट्रॉफी के लिए टीम के ऐलान से पहले ही संन्यास ले लिया।
तमीम ने बांग्लादेश के लिए अपना आखिरी मैच सितंबर 2023 में खेला। उन्होंने फरवरी 2007 में जिम्बाब्वे के खिलाफ वनडे मैच से अपने इंटरनेशनल करियर का आगाज किया।
तमीम का इंटरनेशनल रिकॉर्ड
तमीम इकबाल ने 70 टेस्ट मैचों में 38.89 के एवरेज से 5134 रन बनाए। इसमें 10 शतक और 31 अर्धशतक शामिल रहे। वहीं 243 वनडे में उनके नाम पर 36.65 की औसत से 8357 रन दर्ज हैं। वनडे इंटरनेशनल में 14 शतक और 56 अर्धशतक लगाए। तमीम ने 78 टी-20 इंटरनेशनल में 24.08 के एवरेज से 1758 रन बनाए। इसमें उनके नाम पर 1 शतक और सात अर्धशतक दर्ज हैं।
कप्तान शांतो ने मनाने की कोशिश की
तमीम ने 8 जनवरी को सिलहट में बांग्लादेश के चयनकर्ताओं को अपने फैसले की जानकारी दी। गाजी अशरफ हुसैन की अगुआई वाली चयन समिति ने उन्हें चैंपियंस ट्रॉफी के लिए बांग्लादेश टीम में वापस आने के लिए कहा। तमीम ने तब उनसे कहा था कि वह संन्यास लेने के अपने फैसले पर कायम रहेंगे, लेकिन कप्तान नजमुल हुसैन शांतो सहित कुछ बांग्लादेशी खिलाड़ियों ने उनसे फिर से विचार करने का रिक्वेस्ट किया, जिसके बाद उन्होंने एक दिन और समय लिया।
इंटरनेशनल क्रिकेट में मेरा अध्याय समाप्त हो चुका है
उन्होंने शुक्रवार को फेसबुक पर लिखा, मैं लंबे समय से इंटरनेशनल क्रिकेट से दूर हूं। वह दूरी बनी रहेगी। इंटरनेशनल क्रिकेट में मेरा अध्याय समाप्त हो चुका है। मैं इस बारे में लंबे समय से सोच रहा था। अब जब चैंपियंस ट्रॉफी जैसा बड़ा आयोजन आ रहा है, तो मैं किसी के ध्यान का केंद्र नहीं बनना चाहता।
उन्होंने आगे लिखा, कप्तान नजमुल हुसैन शांतो ने ईमानदारी से मुझे टीम में वापस आने के लिए कहा। चयन समिति के साथ भी चर्चा हुई। टीम में मुझे शामिल करने के लिए मैं उनका आभारी हूं। हालांकि, मैंने अपने दिल की बात सुनी है।
उन्होंने लिखा, मैंने खुद को बहुत पहले ही बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से हटा लिया था क्योंकि मैं इबंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी नहीं करना चाहता था।