नई दिल्ली । ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान ग्रेग चैपल ने कप्तान टिम पेन को अपनी गलतियों से सीखने को कहा है। चैपल ने पेन से कहा है कि छींटाकशी और अपशब्दों का प्रयोग खेल में ठीक नहीं है और इसे सहन नहीं किया जा सकता है। साथ ही कहा कि गलत शब्दों का प्रयोग हमारे चरित्र की कमजोरी को दिखाता है। चैपल के अनुसार किसी भी काम के स्थान पर और बातचीत में अपशब्दो को स्वीकार नहीं किया जा सकता। मेरी राय में इस प्रकार की हरकत सही नहीं है। यह ताकत नहीं दिखाता, बल्कि चरित्र की कमजोरी दिखाता है। चैपल ने पेन से कहा कि इसकी जगह किसी भी बात पर विरोधी टीम को गेंद और बल्ले से जवाब दें। टीम इस प्रकार व्यवहार करे कि बच्चों और यूवाओं के लिए एक अच्छा उदाहरण पेश किया जा सके। ऐसा न हो कि बच्चे भी अपने खेल के हीरों की खराब आदत और काम की नकल करना शुरू कर दें। यही सबसे बड़ी विरासत होगी, जो आप छोड़ सकते हैं।
चैपल ने अपने खुले पत्र के जरिए पेन से कहा कि तीन साल पहले केपटाउन में हुई घटना के बाद आपने ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट की छवि को आगे बढ़ाने और साहस के साथ टीम की कमान संभाली और इसकी छवि को सुधारने में योगदान दिया। इसीलिए आग्रह करता हूं कि कप्तानी संभालने के बाद से आप जिस तरह से हैं, वैसे ही रहें। भारत के खिलाफ सिडनी में खेले गए तीसरे टेस्ट के दौरान पेन ने काफी छींटाकशी की थी जिसके कारण उनकी काफी आलोचना भी हुई थी।