नई दिल्ली । भारतीय खो-खो खिलाड़ियों ने खेल विज्ञान-आधारित प्रशिक्षण एवं विश्लेषण शिविर में अपनी फिटनेस को निखारने पर ध्यान दिया है। खो खो खिलाड़ियों के लिये पहली बार इस तरह के शिविर का आयोजन किया गया था। यह शिविर भारतीय खो खो महासंघ (केकेएफआई) और अल्टीमेट खो खो (यूकेके) ने आयोजित किया था। शिविर में शामिल 138 खिलाड़ियों को 10 टीमों में बांटा गया है। इसमें पुरुषों की आठ और महिलाओं की दो टीमें हैं। अब खो-खो टूर्नामेंट का आयोजन नए नियमों के आधार पर होगा। ये वही नियम होंगे, जिनका उपयोग आने वाले समय में अल्टीमेट खो खो लीग में होना है। केकेएफआई के अध्यक्ष सुधांशु मित्तल ने कहा, ‘‘मौजूदा शिविर के दौरान हमने खिलाड़ियों की समग्र फिटनेस और शारीरिक क्षमताओं में सुधार पर ध्यान केंद्रित किया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ हम सुपर लीग मुकाबलों के माध्यम से हम प्रत्येक खिलाड़ी की स्थिति, उनके खेल और फिटनेस के स्तर का मूल्यांकन करना चाहते हैं। वास्तविक मैच स्थितियों में जुटाए गए आंकड़ों का वैज्ञानिक रूप से विश्लेषण किया जाएगा और प्रत्येक खिलाड़ी के लिए एक मूल्यांकन और प्रदर्शन ग्रेड बनाया जाएगा।’’ मित्तल ने कहा, ‘‘ इसके बाद हम आने वाले दिनों में खिलाड़ियों पर निगरानी रखकर उनकी कमियां दूर करेंगे। इससे हमारे पास विश्वस्तरीय खिलाड़ियों का एक अच्छा पूल तैयार हो जाएगा ।’’