नई दिल्ली । भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने खिलाड़ियों के लिए फिटनेस मानकों में बदलाव कर दिये हैं। इसके तहत यो-यो टेस्ट लेवल को 16:1 से बढ़ाकर 17:1 का कर दिया है। बीसीसीआई ने इसके अलावा अपनी प्रणाली में एक नए फिटनेस मानक को भी जोड़ा है, जो मौजूदा समय में अंतररष्ट्रीय क्रिकेट टीमों के फिटनेस टेस्ट का सामान्य हिस्सा बन गया है। इसके तहत खिलाड़ियों को टाइम ट्रायल के तहत 2 किलोमीटर तक दौड़ लगानी होगी। बीसीसीआई ने राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) के साथ मिलकर बनाए इन 2 नए टेस्ट में से एक को पार करना अनिवार्य किया है। यो-यो टेस्ट के तहत जहां खिलाड़ियों को धीरे-धीरे गति बढ़ाते हुए 20 मीटर का चक्कर लगाना होगा तो वहीं दूसरे टेस्ट में तेज गेंदबाजों को 8.15 मिनट जबकि अन्य खिलाड़ियों को 8.30 मिनट पर 2 किलोमीटर दौड़ पूरी करनी होगी। यो-यो टेस्ट की शुरुआत के वक्त भारतीय टीम के स्ट्रेंथ एंड कंडीशनिंग कोच रहे बासु शंकर ने 2 किलोमीटर दौड़ के नए फिटनेस मानक का स्वागत किया है। उन्होंने कहा, ‘यह एक अच्छा टेस्ट है, इससे आप एक एथलीट और सामान्य फिटनस स्तर की वास्तविक स्थिति का आकलन कर सकते हैं। यह आपको अपने एरोबिक फिटनेस और अपनी वास्तविक स्थिति के बारे में बताएगा।