रायपुर। राज्य में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट (HSRP) को लेकर जनता को हो रही समस्याओं के समाधान और प्रक्रिया में तेज़ी लाने के लिए परिवहन विभाग ने हाई लेवल बैठक की। नवा रायपुर स्थित इंद्रावती भवन में हुई इस बैठक की अध्यक्षता परिवहन सचिव सह परिवहन आयुक्त एस. प्रकाश और अपर परिवहन आयुक्त डी. रविशंकर ने की। बैठक में सभी जिलों के परिवहन अधिकारियों और एचएसआरपी के लिए अनुबंधित कंपनियों के प्रतिनिधि शामिल हुए।बैठक में जानकारी दी गई कि 1 अप्रैल 2019 से पहले पंजीकृत 50 लाख से अधिक वाहन राज्य में हैं, जिनके लिए हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट जरूरी है। अब तक लगभग 3 लाख ऑर्डर प्राप्त हो चुके हैं। काम में तेजी लाने के लिए जिलावार फिटमेंट कैंप टीमों की संख्या बढ़ाने का फैसला लिया गया है।जिलों में बनाई गई टीमें: रायपुर – 5 टीम, दुर्ग – 8 टीम, बिलासपुर – 6 टीम, रायगढ़ – 6 टीम कोरबा – 5 टीम, धमतरी, महासमुंद – 4-4 टीम, अन्य जिलों में 1 से 3 टीम दूरस्थ जिलों में HSRP फिटमेंट अगले दिन तक, अन्य जिलों में उसी दिन करने के निर्देश
प्रत्येक जिले में कैम्प/मोबाइल टीमें बनाई जाएंगी, जो विभिन्न स्थानों पर जाकर ऑर्डर लेंगी और आवश्यकता अनुसार नंबर अपडेट करेंगी। वहीं, कंपनियों को निर्देश दिए गए कि वे वाहनों की संख्या के अनुसार मशीनें बढ़ाएं ताकि वेटिंग पीरियड 15 दिन से ज्यादा न हो।
तीन महीने में लक्ष्य:
बैठक में तय किया गया कि अगले 3 महीनों में HSRP फिटमेंट का कार्य पूर्ण किया जाएगा। इसके लिए प्रत्येक जिले में नोडल अधिकारी की नियुक्ति, उनके मोबाइल नंबर सार्वजनिक करने और जनता की शिकायतों का त्वरित समाधान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।
परिवहन विभाग ने स्पष्ट किया कि HSRP की प्रक्रिया को पारदर्शी, सुलभ और समयबद्ध बनाने की दिशा में अब हर स्तर पर कड़ाई और समन्वय के साथ काम होगा।