कोरबाएसईसीएल अपने 54 वर्ष पुरानी कोयला का उपभोक्ता छत्तीसगढ़ राज्य विघुत उत्पादन कंपनी को कोयला उपलब्ध कराने के लिए 5 मर्तबा पत्र लिखा है। विघुत कंपनी के अधिकारियों द्वारा कोयला लेने का आश्वाशन दिया जा रहा है, लेकिन अभी तक कोयला खरीदने की प्रक्रिया शुरू नहीं की गई है, इसकी वजह से एसईसीएल को अपने मानिकपुर खदान से उत्पादित कोयला का स्टॉक जमा करना पड़ रहा है।
छत्तीसगढ़ राज्य विधुत उत्पादन कम्पनी की कोरबा पूर्व ताप विघुत संयत्र 31 दिसंबर 2020 से बंद कर दी गई है, इस संयत्र को 54 वर्षो तक कोयला आपूर्ति एसईसीएल ने अपने मानिकपुर खदान से करता था, अचानक पावर प्लांट बंद होने से मानिकपुर से उत्पादित कोयले का अब कोई उपभोक्ता नहीं है, जिसे देखते हुए एसईसीएल कोरबा एरिया के महाप्रबंधक एनके सिंह ने विघुत कंपनी को 5 पत्र लिखकर पूछा है कि कोयला का लिंकेज विद्युत् कम्पनी को जरुरत है या नहीं ? इस पत्र के जवाब में विघुत कम्पनी के अधिकारी मौखिक तौर पर यह जानकारी दे रहे है कि उन्हें ताप विधुत संयत्र हेतु कोयले की आवश्यकता है, लिहाजा मानिकपुर खदान से कोयला ली जाएगी, लेकिन प्लांट बंद होने के डेढ़ माह बाद भी कोयला नहीं ली जा रही है, जिसकी वजह से एसईसीएल को कोयला का स्टॉक करना पड़ रहा है।