नई दिल्ली। कोरोना वायरस के प्रकोप और लॉकडाउन की वजह से जोखिम से बचने के लिए विदेशी निवेशक अपना धन भारतीय शेयर बाजार से निकाल रहे हैं। विदेशी निवेशकों ने मार्च में खत्म तिमाही में भारतीय शेयर बाजार में जमकर बिकवाली की है। भारत केंद्रित विदेशी फंडों और ईटीएफ से करीब 5 अरब डॉलर (करीब 37,500 करोड़ रुपये) की रकम निकाल ली गई है। विदेशी निवेशक इन फंडों और एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) के द्वारा भारतीय शेयर बाजार में निवेश करते हैं। पहले की तिमाही यानी दिसंबर तिमाही में इन फंडों से सिर्फ 2.1 अरब डॉलर की बिकवाली हुई थी। एक रिपोर्ट के अनुसार, लगातार आठवीं तिमाही ऐसी रही है जिसमें विदेशी फंडों में बिकवाली हावी रही है। मार्च तिमाही के दौरान विदेशी फंडों के द्वारा शुद्ध रूप से 3.6 अरब डॉलर की निकासी की गई है, जबकि विदेशी ईटीएफ के माध्यम से 1.4 अरब डॉलर की रकम निकाली गई है।
खबर के मुताबिक, ‘लॉकडाउन की घोषणा से पहले भी माहौल बहुत प्रेरक नहीं था। आर्थिक ग्रोथ में काफी सुस्ती और कंपनियों की कमाई के नतीजों को लेकर चिंता बरकरार थी।’
ऑफशोर या विदेशी फंड वह होता है जो भारत में नहीं होता बल्कि विदेश में रहकर भारतीय शेयर बाजार में निवेश करता है। ये ऐसे कुछ प्रमुख निवेश साधन हैं जिनके माध्यम से विदेशी निवेशक भारतीय बाजार में निवेश कर सकते हैं। रिपोर्ट के अनुसार, मार्च तिमाही में विदेशी संस्थागत निवेशकों ने भी भारतीय शेयर बाजार से 6.4 अरब डॉलर और भारतीय डेट बाजार से 9.5 अरब डॉलर रकम निकाल लिए। अप्रैल महीने में एफआईआई ने शुद्ध रूप से 90.4 करोड़ डॉलर की रकम बाहर निकाली है। हालांकि, मई में अभी तक वे खरीदार बने हुए हैं।