राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा के एक बयान के विरोध में तहसीलदार और नायब तहसीलदार विरोध में उतर गए हैं। भोपाल के भी सभी तहसीलदार और नायब तहसीलदार सोमवार से अगले 3 दिन के लिए अवकाश पर चले गए। उन्होंने कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह को ज्ञापन भी सौंपा। इससे पहले वे टीएल (समयावधि) मीटिंग में शामिल हुए।
ज्ञापन में बताया गया कि 10 जनवरी को मंत्री वर्मा ने एक महिला तहसीलदार पर टिप्पणी की थी। इससे सभी तहसीलदारों में आक्रोश व्याप्त है। इसके विरोध में सोमवार को तहसीलदार सामूहिक अवकाश पर चले गए। इसका असर भोपाल में भी है। मप्र राजस्व अधिकारी (कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा) संघ के नेतृत्व में उन्होंने 13 से 15 जनवरी तक अवकाश पर रहने की बात कही है।
सुबह मीटिंग की, फिर छुट्टी पर चले गए मामले में भोपाल जिले के एक दर्जन से ज्यादा तहसीलदारों ने सुबह एक सामूहिक बैठक की। फिर कलेक्टर ऑफिस पहुंचकर ज्ञापन भी सौंपा। तहसीलदारों ने ज्ञापन टीएल मीटिंग में शामिल होने के बाद दिया। वहीं, उन्होंने आगामी आंदोलन के संबंध में चर्चा की।
ये काम होंगे प्रभावित तहसीलदारों के सामूहिक अवकाश पर होने के कारण राजस्व संबंधी कामकाज, भूमि विवाद सहित अन्य प्रशासनिक गतिविधियां प्रभावित होंगी।