मुंबई। महिंद्रा ऐंड महिंद्रा फाइनेंशियल सर्विसेज (एमएंडएम फिन) का मार्च तिमाही में कंपनी का कर-पूर्व मुनाफा सालाना आधार पर 67 प्रतिशत की गिरावट के साथ 292.5 करोड़ रुपए रह गया। कंपनी के मुनाफे पर कोरोना महामारी की वजह से दबाव पड़ा। कंपनी को कम वितरण और ज्यादा फंसे कर्ज के प्रावधान की समस्या से जूझना पड़ा। कंपनी द्वारा दर्ज कर-पूर्व मुनाफा विश्लेषकों के 567.2 करोड़ रुपए के अनुमान की तुलना में काफी कम रहा। वहीं शुद्घ लाभ सालाना आधार पर 62 प्रतिशत घटकर 220.9 करोड़ रुपए रह गया। वाहन वित्त दिग्गज ने कोविड-19 से संबंधित विपरीत हालात में 562.6 करोड़ रुपए की पूंजी मुहैया कराई और तिमाही के दौरान उसके कुल प्रावधान एवं बट्टे खाते से संबंधित रकम 674.1 करोड़ रुपए रही जो मार्च 2019 की तिमाही में 114.5 करोड़ रुपए थी। प्रावधान खर्च में तेजी के अलावा, सुस्त राजस्व वृद्घि से भी मुनाफा प्रभावित हुआ। कंपनी की शुद्घ ब्याज आय (एनआईआई) सालाना आधार पर महज 3 प्रतिशत बढ़कर 1,347.4 करोड़ रुपए रही। एमएंडएम फिन के ऋण वितरण में चौथी तिमाही में 21 प्रतिशत तक की कमी आई, जो पिछली 14 तिमाहियों में सबसे कम है। कंपनी की एयूएम सालाना आधार पर 12 प्रतिशत तक बढ़कर 77,160 करोड़ रुपए पर रहा।