पर्यटकों के लिए रोमांचक रहा पहले दिन बाघ के दीदार करना
भोपाल। प्रदेश के नेशनल पार्कों के गेट 88 दिन के इंतजार के बाद कल से खुल गए हैं। प्रदेश के पर्यटकों के लिए नेशनल पार्क भ्रमण के लिए पहला दिन काफी रोमांचक रहा है। प्रदेश के नेशनल पार्कों में यह लाकडाउन कोरोना के संक्रमण से बचाव के लिए किया गया था। कान्हा, पेंच, बांधवगढ़ और पन्ना टाइगर रिजर्व में पर्यटकों ने भ्रमण कर आनंद उठाया। कान्हा के मुक्की गेट से पर्यटकों ने छोटी मादा व सोंढरा में नर बाघ का दीदार किया है। काफी दिनों बाद पार्क में पर्यटकों की चहलकदमी बढ़ने से बाघ भी अपने पारंपरिक अंदाज में विचरण करते देखे गए। बांधवगढ़ में भी पर्यटकों को बाघ दिखा। 22 मार्च से लॉकडाउन के चलते ठप हुए पर्यटन की 15 जून से फिर शुरुआत हुई है। डायरेक्टर एल कृष्णमूर्ति के अनुसार 15 जून को पहले दिन 80 पर्यटकों ने कान्हा की सैर की है। कोरोना के संक्रमण से बचाव और सुरक्षा के उपायों के साथ पर्यटकों को पार्क में प्रवेश दिया जा रहा है। चार साल पहले तक पर्यटकों के लिए खुलने वाले पार्क 15 जून को बंद हुआ करते थे। बारिश की लेट-लतीफी से पर्यटन को बढ़ाने के लिए पिछले 4 साल से इसकी अवधि 30 जून तक कर दी गई। लेकिन कोरोना के चलते कान्हा के गेट बंद होने के समय में पर्यटकों के लिए खोले गए हैं। गाइड और जिप्सी चालकों के चेहरे पार्क शुरू होने से चेहरे खिल गए हैं। इस बारे में कान्हा पार्क के डायरेक्टर एल कृष्णमूर्ति का कहना है कि कान्हा नेशनल पार्क के गेट पर्यटकों के लिए 15 जून से फिर खुल गए हैं। कोरोना के चलते ठप हुआ पर्यटन फिर शुरू हो गया है। पहले दिन 80 पर्यटकों ने कान्हा की सैर की है। कोरोना से बचाव और सुरक्षा के इंतजामों के साथ वाहनों को सैनिटाइज कर पर्यटकों की भी स्वास्थ्य अमले ने स्क्रीनिंग की है।