दुबई । टीम इंडिया के मानसिक अनुकूलन कोच पैडी अप्टन ने कहा कि दर्शकों से प्रेरित होने वाले विराट कोहली जैसे बड़े खिलाड़ियों को भी इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में संघर्ष करना पड़ेगा। वहीं अप्टन के अनुसार जो खिलाड़ी स्वयं से प्रेरित होते हैं उन्हें कोई परेशानी नहीं आयेगी और वे बेहतर प्रदर्शन कर पायेंगे। कोरोना महामारी को देखते हुए आईपीएल के 13 सत्र का आयोजन 19 सितंबर से संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में जैव-सुरक्षित माहौल में होगा। इस दौरान दर्शकों को प्रवेश की अनुमति नहीं मिलेगी। अप्टन ने कहा कि स्टेडियम के अंदर दर्शकों के नहीं होने से कई खिलाड़ी संघर्ष कर सकते हैं।
अप्टन ने कहा, ‘बड़ें मैचों वाले खिलाड़ी उस समय दबाव को बेहतर तरीके से झेलते है जब वहां बड़ी संख्या में दर्शक होते हैं। वहीं इस बार मैच खाली स्टेडियम में होंगे जिससे खिलाड़ियों पर उस स्तर का दबाव नहीं होगा।' उन्होंने कहा, ‘विराट जैसे बड़े मैचों में बेहतर प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को यह देखना होगा कि दर्शकों के समर्थन के बिना भी वह वैसा ही प्रदर्शन कर पाते हैं या नहीं। उन्होंने कहा, ‘आपको ऐसे खिलाड़ियों को तलाशना होगा जो दबाव में आमतौर पर प्रदर्शन नहीं कर पाते है। दर्शकों की गैरमौजूदगी में वे बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं।'
उन्होंने कहा कि अपने से प्रेरणा लेने वाले खिलाड़ी, हौसलाअफजाई के लिए बाहरी तत्वों पर निर्भर रहने वालों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा, ‘जो खिलाड़ी खुद से प्रेरणा लेते है वे अच्छा प्रदर्शन करेंगे।' आईपीएल, बिग बैश लीग और पाकिस्तान सुपर लीग जैसे टूर्नामेंटों में कई टीमों को कोचिंग दे चुके अप्टन ने कहा कि लगभग तीन महीने तक जैव रूप से सुरक्षित माहौल में रहना खिलाड़ियों के लिए मुश्किल होगा। इसको देखते हुए टीमों को विकल्प के तौर पर अन्य खिलाड़ियों को तैयार रखना होगा।