ट्रेन में पटाखे लेकर गए तो खैर नहीं, चलती ट्रेन में बैग चेक कर लेगी RPF, पकड़ने पर होगी 3 साल की जेल, जानें नियम

Updated on 28-10-2024 11:48 AM
जबलपुर: दीपावली के शुभ अवसर पर, जबलपुर से एक महत्वपूर्ण खबर सामने आई है। रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने ट्रेनों में पटाखों की तस्करी रोकने के लिए कमर कस ली है। आरपीएफ ने सभी थानों को सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने और संदिग्ध गतिविधियों पर पैनी नजर रखने के निर्देश जारी किए हैं।

आरपीएफ ने कसी कमर


त्योहारों के दौरान रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। आरपीएफ और जीआरपी के जवान संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ कर रहे हैं और उनके सामानों की जांच कर रहे हैं। रेलवे स्टेशन परिसर में बैठे हुए लोगों से भी पूछताछ की जा रही है और उनके बैग की जांच की जा रही है। आरपीएफ के जवानों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत आला अधिकारियों को दी जाए। त्योहारों के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है।

ट्रेन के अंदर भी चेकिंग


आरपीएफ के प्रभारी मनीष कुमार ने कहा, 'त्योहार के समय सतर्कता थोड़ी सी ज्यादा बरतनी पड़ती है। ताकि किसी तरह की अशांति की स्थिति निर्मित ना हो। त्योहारों को देखते हुए रेलवे स्टेशन परिसर और ट्रेन के अंदर चेकिंग बढ़ा दी गई है।'

पटाखों की तस्करी पर नजर


आरपीएफ ने पश्चिम मध्य रेलवे के सभी थानों को निर्देश दिया है कि वे ट्रेनों में पटाखों की तस्करी रोकने के लिए सतर्क रहें। त्योहारों के मौसम में यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आरपीएफ को सक्रिय रहने और संदिग्ध लोगों पर नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं। आरपीएफ रेलवे स्टेशनों और प्लेटफार्मों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से निगरानी कर रही है। हर व्यक्ति की गतिविधियों को रिकॉर्ड किया जा रहा है और ज्वलनशील पदार्थों की जांच के लिए मेटल डिटेक्टर और डॉग स्क्वायड का इस्तेमाल किया जा रहा है।

पटाखों के साथ पकड़े गए तो...


रेलवे एक्ट की धारा 164 के तहत, ट्रेनों में ज्वलनशील पदार्थ या पटाखे ले जाना एक गंभीर अपराध है। ऐसा करने पर तीन साल तक की कैद या एक हजार रुपये का जुर्माना हो सकता है। आरपीएफ यात्रियों से अपील कर रही है कि वे अपने साथ ज्वलनशील पदार्थ या पटाखे न लेकर चलें। यात्रियों को अपनी सुरक्षा के प्रति जागरूक किया जा रहा है और उन्हें सलाह दी जा रही है कि वे अपना सामान संभाल कर रखें और अनजान लोगों द्वारा दी गई खाने-पीने की चीजों का सेवन न करें। किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना आरपीएफ, जीआरपी या रेलवे के हेल्पलाइन नंबर 139 पर देने की अपील की गई है। पश्चिम मध्य रेलवे के मुख्यालय ने यह आदेश जारी किया है।

जागरूक कर रही आरपीएफ


प्लेटफॉर्म और स्टेशनों पर मौजूद सभी लोगों की गतिविधियों को रिकॉर्ड किया जा रहा है। ज्वलनशील सामग्री का पता लगाने के लिए मेटल डिटेक्टर और डॉग स्क्वायड का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। यात्रियों को इस कानून के बारे में बताया जा रहा है और उनसे आग्रह किया जा रहा है कि वे अपने साथ ज्वलनशील सामग्री या पटाखे न लेकर चलें।
Advt.

अन्य महत्वपुर्ण खबरें

 13 January 2025
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्यप्रदेश के सतना की डॉ. स्वप्ना वर्मा ने संवाद किया। उन्होंने जिले में स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में किए जा रहे उनके प्रयासों को सराहा। पीएम…
 13 January 2025
शहर के खजूरी सड़क थाना क्षेत्र में एक प्रॉपर्टी डीलर ने अपनी कार से तीन युवकों को टक्कर मारकर उन्हें जान से मारने की कोशिश की। गंभीर रूप से घायल…
 13 January 2025
सोमवार को भोपाल में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के द्वारा बैतूल के आदिवासी नायकों पर आधारित फिल्म 'जंगल सत्याग्रह' का प्रीमियर शो रखा गया। फिल्म में 1930 में अंग्रेजी हुकूमत…
 13 January 2025
राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा के एक बयान के विरोध में तहसीलदार और नायब तहसीलदार विरोध में उतर गए हैं। भोपाल के भी सभी तहसीलदार और नायब तहसीलदार सोमवार से…
 13 January 2025
 भोपाल। मंत्रालय में भले ही पूरी तरह से ई-ऑफिस व्यवस्था अभी लागू न हो पाई है पर 31 जनवरी तक इसे विभागाध्यक्ष कार्यालयों में लागू कर दिया जाएगा। इसके बाद 31…
 13 January 2025
भोपाल। कंटेंट क्रिएटर प्रदेश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। वे प्रदेश सरकार की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाएं। जनसंपर्क विभाग श्रेष्ठ सोशल मीडिया कंटेंट क्रिएटर को अलग-अलग श्रेणियों…
 13 January 2025
भाेपाल : भाजपा ने मध्य प्रदेश के 60 संगठनात्मक जिलों में से दो जिलों के जिला अध्यक्ष घोषित कर दिए हैं। इनमें पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान के…
 13 January 2025
भोपाल। लाड़ली बहना योजना की 20 वीं किस्त जारी की कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने लाड़ली बहना योजना की 20वीं किस्त जारी की। 1 करोड़ 27 लाख लाड़ली बहनों…