भोपाल में इनकम टैक्स, लोकायुक्त की छापेमारी को लेकर दिल्ली तक हंगामा मचा हुआ है। इस बीच सीएम डॉ. मोहन यादव का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि सभी टोल बैरियर पर जो वसूली चलती थी या टोल पर शिकायत थी, सबको हमारी सरकार ने बंद कर दिया। सीएम ने कहा कि कोई भी करप्शन को बर्दाश्त नहीं करेंगे।
बता दें कि भोपाल में छापेमारी में 235 किलो चांदी, 52 किलो सोना, 8 करोड़ कैश मिल चुका है। इसके तार आरटीओ के पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा से जुड़ रहे हैं। आयकर विभाग के हाथ डायरी और कुछ ऐसे दस्तावेज लगे हैं, जिनमें खुलासा हुआ है कि RTO के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा ने परिवहन विभाग के अफसरों के साथ सालभर में 100 करोड़ रुपए से ज्यादा का लेन-देन किया है।
जुलाई में बंद हुए थे आरटीओ चेकपोस्ट मोहन सरकार ने एक जुलाई से मप्र की अंतरराज्यीय सीमाओं पर परिवहन जांच चौकियां (RTO चेक पोस्ट) बंद कर दी थी। नई व्यवस्था के तहत रोड सेफ्टी एंड इंफोर्समेंट चेकिंग पॉइंट बनाने की बात कही गई थी। पहले चरण में 45 चेक पॉइंट तैयार होने तक मोबाइल यूनिट गठित कर वाहनों की जांच करने की व्यवस्था शुरू की गई थी।
आरटीओ चेकपोस्ट पर मिलती थी वसूली की शिकायतें प्रदेश में संचालित RTO चेक पोस्ट पर लगातार गड़बड़ी की शिकायतें मिल रही थी। जिसके बाद सरकार ने इन्हें बंद कर दिया था। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देश के बाद परिवहन विभाग ने इसके आदेश जारी किए थे। ऑर्डर जारी होने के तुरंत बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सभी जिलों के कलेक्टर्स को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस नई व्यवस्था की जानकारी देकर इसका पालन कराने के लिए कहा था।
कांग्रेस ने की परिवहन मंत्रियों की जांच की मांग दरअसल, भोपाल में परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा पर हुई इनकम टैक्स की छापेमारी में सोना, चांदी और करोड़ों रुपए की नकदी मिली है। इस छापेमारी के बाद कांग्रेस मप्र के पूर्व और वर्तमान परिवहन मंत्रियों को घेर रही है। उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि इस मामले में परिवहन विभाग के पूर्व और वर्तमान मंत्री की जांच होना चाहिए।