बिलासपुर । बीस साल से नौकरी मिलने की बाट जोह रहे ग्राम कौडिय़ा जांजी धनिया रलिया सीपत दर्राभांठा पंधी नवागांव गुड़ी के भूविस्थापित नौकरी की प्रकिया की जानकारी लेने एनटीपीसी प्रबंधन के पास पहुंचे और तीन घण्टे प्रबंधन से वार्तालाप के बाद भी सन्तुष्टिपूर्वक जवाब न मिलने पर फिर उन्हें मायूस होना लौटना पड़ा।
प्रभावित ग्राम के भूविस्थापितों ने 20 साल नौकरी नही मिलने के कारण रोष जताया है। शेष बचे लोगों की नौकरी की प्रक्रिया कहां पर अटकी है इसकी अधिकृत जानकारी लेने सोमवार को एचआर गेट के सामने एकत्रित हुए और फिर प्रबंधन के द्वारा उन्हें वार्ता के लिए अंदर बुलाया गया। भूविस्थापितों ने बताया कि प्रबंधन के एचआर अधिकारी श्रीमती श्वेता से करीब 3 घण्टे चर्चा के बाद भी भूविस्थापित सन्तुष्ट नही हुए। कोई संतुष्ट जवाब नही मिलने के कारण वे पुन: मायूस होकर लौट गए। मालूम हो कि भूविस्थापितों को अपनी नौकरी की मांग को लेकर कलेक्टर विधायक सांसद के पास कई बार ज्ञापन देने व चक्कर काटने के बाद भी कई नियमों का हवाला देकर गुमराह किया जा रहा है। वर्षों गुजर जाने के बाद भी नौकरी के लिए कोई ठोस पहल नही किए जाने के कारण भूविस्थापित बहुत ज्यादा परेशान हो चुके है। वही प्रबंधन का कहना है कि अभी भर्ती प्रक्रिया लगातार जारी है। हालांकि कोविड के कारण कुछ देर हुआ। फरवरी माह के अंत तक नौकरी में लिए जा रहे 4 लोगों को पत्र भेजा जाएगा उसके बाद प्रतिवेदन भेजने के बाद बहुत जल्द ही कलेक्टर के साथ त्रिपक्षीय वार्ता की जाएगी। फिर आरक्षण के सम्बंध में कलेक्टर के द्वारा मिले आदेशों का पालन किया जाएगा। इस दौरान श्यामलाल पटेल राजेंद्र सिंह कौशिक आकाश सोनी सुभाष साहू दुर्गेश साहू पुनाराम साहू दशरथ निषाद कीर्तिदास रामकुमार वस्त्रकार रविन्द्र वस्त्रकार डिगेश साहू शनि कुमार बलराम साहू जगेश साहू लव साहू दिगम्बर साहू हरिश्चंद्र पटेल भरत साहू गणेश साहू टुकराम देवराम साहू सहित अन्य भूविस्थापित उपस्थित रहे।