नीमच: शहर में पुलिस ने एक बड़े मंदिर चोर गिरोह का पर्दाफाश किया है। ये गिरोह कई राज्यों के मंदिरों में चोरी की वारदातों को अंजाम देता था। पुलिस ने गिरोह के दो सदस्यों राहुल बांछड़ा और विशाल बांछड़ा को गिरफ्तार किया है। दोनों ही रमेश बांछड़ा के बेटे हैं।
इनके पास से चोरी का सामान बरामद हुआ है। जिसमें एक डीजे बक्सा, चांदी का छत्र, एक घंटा और नकदी शामिल है। पुलिस को अब भी गिरोह के पांच अन्य सदस्यों की तलाश है। इनके नाम माधु बांछड़ा, विकास बांछड़ा, बंटी बांछड़ा, लाला बांछड़ा और अशोक बांछड़ा बताए जा रहे हैं।
कीमती सामान को बनाते थे निशाना
यह मामला तब सामने आया जब नीमच सिटी थाने में 29 जुलाई 2024 को प्रेमसुख जैन नामक व्यक्ति ने शिकायत दर्ज कराई थी कि विकास नगर स्थित मंदिर से चोरी हुई है। उसके बाद 12 नवंबर 2024 को विष्णुदास बैरागी ने भी धनेरीयाखुर्द के मंदिर से चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई। इसी दिन लाला नागदा ने रेवली-देवली स्थित मंदिर से चोरी की शिकायत की। तीनों ही मामलों में चोरों ने मंदिर के दान पात्र तोड़कर नकदी और कीमती सामान चुराए थे।
ऐसे देते थे वारदात को अंजाम
पुलिस ने इन मामलों की जांच शुरू की और साइबर सेल की मदद से आरोपियों की पहचान की। पकड़े गए दोनों आरोपियों ने बताया कि उनका गिरोह दिन में अलग-अलग मंदिरों की रेकी करता था और रात में वारदात को अंजाम देता था। विकास बांछड़ा की इको गाड़ी से सभी मंदिर पहुंचते थे और सबसे पहले सीसीटीवी कैमरे तोड़ देते थे। फिर दान पात्र तोड़कर नकदी और अन्य कीमती सामान चुरा लेते थे। चोरी का सारा सामान आपस में बांट लेते थे।पुलिस प्रशासन की बड़ी कार्रवाई
गिरफ्तार आरोपियों ने नीमच के अलावा नाहरगढ़, जावद, निम्बाहेड़ा और रतलाम के कई मंदिरों में चोरी की वारदातों को अंजाम देने की बात कबूल की है। पुलिस फरार आरोपियों की तलाश कर रही है और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार करने का दावा कर रही है।