बीजिंग । कोरोना वायरस की उत्पत्ति का पता लगाने चीन पहुंची विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की टीम रविवार को उस बाजार में गई, जिसे पिछले साल लागू किए गए 76 दिन के लॉकडाउन के दौरान वुहान के लिए खाद्य वितरण करने वाले केंद्र के रूप में जाना जाता है। दल के सदस्यों को वुहान में मांसाहारी सामग्रियों के सबसे बड़े बाजारों में शामिल बैशाझोउ बाजार में घूमते देखा गया। दल के चारों ओर चीनी अधिकारियों और प्रतिनिधियों का बड़ा घेरा था। डब्ल्यूएचओ के दल में पशु स्वास्थ्य, विषाणु विज्ञान, खाद्य सुरक्षा एवं महामारी विशेषज्ञ शामिल हैं। यह दल वुहान के उन दो अस्पतालों का दौरा कर चुका है, जहां महामारी की शुरुआत में कोरोना वायरस के मरीजों का उपचार किया गया था। दल ने वुहान जिनयांतन अस्पताल और ‘हुबेई इंटिग्रेटेड चाइनीज एंड वेस्टर्न मेडिसीन हॉस्पिटल' का दौरा किया।
दल के सदस्य शनिवार को एक संग्रहालय में लगी कोविड-19 संबंधी प्रदर्शनी में भी गए। डब्ल्यूएचओ ने गुरुवार को ट्वीट किया था कि दल अस्पतालों तथा हुनान सीफूड मार्केट, ‘वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी एवं वुहान सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल' की प्रयोगशालाओं जैसे उन स्थानों पर भी जाएगा, जो कोरोना वायरस के शुरुआती मामलों से संबंधित हैं, लेकिन वैज्ञानिकों के केवल एक दौरे से वायरस की उत्पत्ति के बारे में कुछ भी पता लगना कठिन है। उसने कहा कि दल ने इस महामारी से संबंधित विस्तृत डेटा मांगा है तथा वह कोविड-19 के शुरुआती मरीजों एवं उनका इलाज करने वालों से भी मुलाकात करेगा। चीन आने के बाद से 14 दिन के लिए यह दल पृथक-वास में था और गुरुवार को उसकी पृथक-वास की अवधि समाप्त हुई थी।