मैनहटन । अमेरिका में एशियाई मूल के लोगों के खिलाफ नस्ली हमले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। दिनदहाड़े हुई ताजा घटना में मैनहटन शहर में चर्च जा रही एक बुजुर्ग एशियाई महिला को एक गोरे शख्स ने जमीन पर पटककर बुरी तरह से पीटा। इस घटना के दौरान वहां दो सुरक्षाकर्मी मौजूद थे, लेकिन उन्होंने एशियाई महिला को बचाने का प्रयास नहीं किया। महिला पर हमले का वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो रहा है।
वीडियो में देखा जा सकता है कि 65 साल की पीड़ित महिला को हमलावर ने फर्श पर गिरा दिया और उसके सिर पर कई वार किए। महिला की मदद नहीं करने पर दोनों सुरक्षाकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। इन सुरक्षाकर्मियों के खिलाफ जांच चल रही है। गोरे हमलावर ने महिला पर नस्ली टिप्पणी भी की। अमेरिका में पिछले कुछ दिनों में एशियाई लोगों के नस्ली हमले में बहुत तेजी आई है।
न्यूयॉर्क पुलिस के मुताबिक इस साल एशियाई लोगों के खिलाफ हिंसा के 33 मामले सामने आए हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने एशियाई अमेरिकियों के खिलाफ हिंसा तथा विदेशियों से नफरत की भावना से निपटने के लिए अतिरिक्त कदमों की घोषणा की है। मंगलवार को हुई इन घोषणाओं में एशियाई अमेरिकी और प्रशांत द्वीपसमूह निवासियों पर वाइट हाउस की पहल को फिर से शुरू और मजबूत करना शामिल है। इस पहल का मकसद एशियाई लोगों के खिलाफ भेदभाव और हिंसा से निपटना है।
बाइडन ने ट्वीट किया हम एशियाई अमेरिकियों के खिलाफ हिंसा बढ़ने के बीच चुप नहीं बैठ सकते, इसलिए आज मैं एशियाई विरोधी अपराधों से निपटने के लिए न्याय विभाग में एक पहल शुरू करने समेत अतिरिक्त कदम उठा रहा हूं। ये हमले गलत हैं, अमेरिका की भावना के विरुद्ध हैं तथा इन्हें रोकना होगा। बाइडन ने कहा कि एशियाई लोगों के खिलाफ हिंसा और विदेशियों से घृणा की भावना गलत है तथा इसे रोकना होगा।
उन्होंने एशियाई अमेरिकियों के खिलाफ नफरत की भावना को खत्म करने के लिए कोविड-19 निष्पक्षता कार्य बल समिति गठित करने की भी घोषणा की। उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने ट्वीट किया हममें से किसी एक को भी नुकसान पहुंचाना हम सभी को नुकसान पहुंचाना है। हैरिस ने कहा राष्ट्रपति और मैं चुप नहीं बैठेंगे और इसलिए हमारा प्रशासन एशियाई अमेरिकी समुदाय के खिलाफ बढ़ती हिंसा से निपटने के लिए कदम उठा रहा है जिसमें एशियाई लोगों के खिलाफ हिंसा से निपटने की एक पहल शामिल है।