लंदन । ब्रिटेन में बिना कपड़ों के बनाई गई विशाल पेनिस वाली आकृति को कब बनाया गया, इसका खुलासा अब हो चुका है। अब तक माना जाता था कि करीब 180 फुट लंबी इस नंगी आकृति द केर्ने अब्बास जाइंट को 10वीं सदी में बनाया गया था। अब पुरातत्वविदों ने इस बनाने का सही-सही समय पता लगा लिया है। विशेषज्ञों ने बताया कि इस आकृति को सेक्सोन काल में बनाया गया जो 700 ईस्वी से लेकर 1110 ईस्वी के बीच था। वैज्ञानिकों ने कहा कि इसकी सबसे अधिक संभावना है कि न्यूड तस्वीर को 908 ईस्वी में बनाया गया होगा। पुरातत्वविद ने कहा, मेरे सहित सभी पुरातत्वविदों ने इसे गलत लिया था।' इस खुलासे ने कई पुरातत्वविदों को अचंभे में डाल दिया है जो यह समझते थे कि यह आकृति काफी पुरानी है और संभवत: प्राग ऐतिहासिक काल की है। अब पुरातत्वविद और इतिहासकार यह पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं कि इस आकृति को किसने और क्यूं बनवाया था।
करीब 180 फुट लंबी इस आकृति को केर्ने अब्बास के डोरसेट गांव में बनाया गया है। यह इंसानी तस्वीर अपने विशाल पेनिस के लिए पूरी दुनिया में चर्चित है।कई विशेषज्ञों का कहना है कि यह दैत्याकार आकृति आधे देवता हरक्यूलिस की है और कुछ अन्य लोगों का कहना है कि यह प्राचीन बच्चे पैदा करने की क्षमता का प्रतीक है। ब्रिटेन का नैशनल ट्रस्ट पिछले 12 महीने से इस रेखाचित्र की जांच कर रहा है। इस ट्रस्ट ने अब न्यूड तस्वीर को लेकर कई जानकारी दी है। ट्रस्ट ने बताया कि इस रेखाचित्र को सेक्सोन काल में 700 से 1100 ईस्वी के बीच में बनाया गया है। एंग्लो-सेक्सोन लोगों ने ही ग्रेट ब्रिटेन को पांचवीं सदी में बसाया था। ये लोग उत्तरी जर्मनी और दक्षिणी स्कैंडिनेविया से आए थे। ये लोग तीन शक्तिशाली जातियों एंग्लेस, सेक्सोन और जूटेस से मिलकर बने थे।