काठमांडू । नेपाल के मध्यापुर थिमी में गुरुवार को सिंदूर जात्रा उत्सव मनाया गया। यह उत्सव वसंत और हिंदू नववर्ष के आगमन का प्रतीक है। सालाना मनाए जाने वाले इस फेस्टिवल में 30 से 35 हजार लोग शामिल हुए, जिन्होंने करीब दो कुंटल सिंदूर और गुलाल उड़ाकर जश्न मनाया। फेस्टिवल के दौरान लोगों ने 32 देवी-देवताओं के शाही रथ खींचकर जूलूस भी निकाला। इसमें लोग पारंपरिक वाद्ययंत्रों की थाप पर नाचते-गाते दिखाई दिए। दूसरी ओर, दुनिया में कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बीच मनाए गए इस फेस्टिवल ने चिंता बढ़ा दी है। क्योंकि जूलूस के दौरान लोगों ने कोविड-19 की गाइडलाइंस का बिल्कुल भी पालन नहीं किया। इस बीच न तो सोशल डिस्टेंसिंग दिखी और न ही किसी ने मास्क लगाया था। इसे लेकर स्थानीय प्रशासन का कहना है कि देश में संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। समझाने के बावजूद लोग मानने को तैयार नहीं हैं। वो भी तब, जब नेपाल में वैक्सीन की कमी है। नेपाल ने पिछले हफ्ते ही भारत से वैक्सीन के 10 लाख डोज मांगे थे।