ढाका । भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पड़ोसी मित्र देश बांग्लादेश की दो दिवसीय दौरे पर यहां पहुंच गए हैं। बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान की जन्म शताब्दी और बांग्लादेश की आजादी की स्वर्ण जयंती के अवसर पर पीएम मोदी शुक्रवार से लेकर शनिवार तक बांग्लादेश की यात्रा पर होंगे। प्रधानमंत्री की इस निर्धारित यात्रा के खिलाफ ढाका विश्वविद्यालय के परिसर में हुए हिंसक प्रदर्शन में कम से कम 20 लोग घायल हो गए हैं। घायलों में दो पत्रकार और सरकार समर्थक बांग्लादेश छात्र लीग (बीसीएल) के दो कार्यकर्ता शामिल हैं। ढाका विश्वविद्यालय परिसर में गुरुवार को पीएम मोदी की यात्रा के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे वामपंथी छात्र संगठनों के कार्यकर्ता कथित तौर पर बीसीएल के हमले के शिकार हुए। इसी दिन शहर के मोतीझील इलाके में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे जुबो ओधिकार परिषद के कार्यकर्ता भी पुलिस के साथ भिड़ गए।
‘प्रोग्रेसिव स्टूडेंट्स एलायंस’ के बैनर तले वामपंथी छात्र संगठन पीएम मोदी के दौरे के विरोध में परिसर के वीसी चत्तर इलाके में प्रदर्शन कर रहे थे। इनका आरोप है कि सत्तारूढ़ पार्टी की छात्र शाखा बांग्लादेश छात्र लीग (बीसीएल) के कार्यकर्ताओं द्वारा गुरुवार शाम को करीब आठ बजे प्रदर्शनकारियों पर हमला किया गया। सभी 14 घायलों का ढाका मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज चल रहा है। जब कानून लागू करने वालों ने प्रदर्शनकारियों को बाधित किया तो झड़पें हुईं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दो दिवसीय बांग्लादेश यात्रा से पहले देश के दक्षिण-पश्चिम में स्थित दो मंदिरों को सजाया गया है। अपनी यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री इन मंदिरों में पूजा-अर्चना करेंगे। दो दिवसीय दौरे के दौरान मोदी शनिवार को दक्षिण-पश्चिम स्थित सतखीरा और गोपालगंज के जेशोरेशवरी और ओरकांडी मंदिरों में दर्शन के लिए जाएंगे। ईश्वरीपुर गांव स्थित प्राचीन जेशोरेश्वरी काली मंदिर के पुजारी दिलीप मुखर्जी ने कहा, 'इस ऐतिहासिक मंदिर में मोदी के स्वागत के लिए हमने सभी तैयारियां की हैं। हम आशा करते हैं कि वह भारत और बांग्लादेश के लाखों लोगों के लिए प्रार्थना करेंगे।'