इस्लामाबाद । पाकिस्तान में कट्टर इस्लामिक संगठन तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान प्रमुख साद हुसैन रिजवी की गिरफ्तारी के बाद जमकर हिंसा हो रही है। हिंसा में 7 लोगों की मौत हो चुकी है और 300 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। अब तक 2000 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इसके बाद पाकिस्तान सरकार ने बुधवार को साद की पार्टी को आतंकी संगठन घोषित कर उस पर बैन लगा दिया है। रिजवी को 12 अप्रैल को गिरफ्तार किया था। इसके बाद हजारों लोग उसकी रिहाई के लिए सड़कों पर उतर आए। गिरफ्तारी से नाराज लोगों ने पुलिस और पाकिस्तान रेंजर्स पर हमला कर दिया। जवाबी फायरिंग में 5 लोगों की मौत हो गई। हिंसा में 2 पुलिसकर्मी भी मारे गए। इधर, टीएलपी का दावा है कि पुलिस की फायरिंग में उनके 12 समर्थक मारे गए हैं। फ्रांस की शार्ली हेब्दो मैग्जीन ने जनवरी 2015 में पैगंबर मोहम्मद पर कार्टून प्रकाशित किए थे। इसके कुछ दिनों बाद 7 जनवरी 2015 को आतंकियों ने मैग्जीन के 12 कर्मचारियों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। 1 सितंबर 2020 को मैग्जीन ने फिर वही कार्टून प्रकाशित किए थे। उस समय साद हुसैन रिजवी ने पाकिस्तान की सरकार से फ्रांस के राजदूत को देश से निकालने की बात कही थी। सरकार नहीं मानी, तो सड़कों पर प्रदर्शन शुरू हो गए। प्रदर्शन दबाने के लिए सरकार ने 20 अप्रैल 2021 तक फ्रेंच राजदूत को देश से निकालने का वादा कर दिया। जब ये तारीख पास आने लगी तो साद ने फिर वही मांग दोहराई। इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।