लद्दाख । पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में पिछले साल हुई हिंसा में चीनी सैनिकों की मौत का सच स्वीकार करने के बाद चीन ने एक वीडियो जारी किया है, जिसमें भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच टकराव साफ दिख रहा है। चीन के सरकारी मीडिया ने वीडियो जारी कर भारतीय सेना पर हमला करने का आरोप लगाया है। इसके साथ ही चीन ने मारे गए अपने सैनिकों की फोटो और भारतीय अफसरों के साथ हुई कहासुनी भी दिखाई है।
हालांकि वीडियो पर अभी तक भारत की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं की गई है। चीन के स्टेट मीडिया के विश्लेषक शेन शिवाई ने 3 मिनट 20 सेकेंड का वीडियो शेयर किया है और आरोप लगाया गया है कि भारतीय सैनिकों ने चीनी क्षेत्र में अवैध रूप से घुसने की कोशिश की। वीडियो के जरिए चीन बताने की कोशिश कर रहा है कि चीनी सैनिकों को भारतीय सेना ने ही उकसाया और बातचीत करने गए चीनी सैनिकों पर हमला भी किया। उल्लेखनीय है कि भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर विवाद पिछले साल मई में शुरू हुआ था, जब चीन ने लद्दाख के अक्साई चिन की गलवान घाटी में भारत की ओर से सड़क निर्माण को लेकर आपत्ति जताई थी।
पांच मई को भारतीय सेना और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प होने के बाद सैन्य गतिरोध पैदा हो गया। इसके बाद चीनी सैनिक 9 मई को सिक्किम के नाथू ला में भी भारतीय सैनिकों के साथ उलझ गए थे, जिसमें कई सैनिकों को चोटें आई थीं। इसके बाद 15 जून को भी लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीनी सैनिकों के बीच झड़प हुई, जिसमें 20 भारतीय जवान शहीद हो गए थे। चीन ने पहली बार गलवान घाटी में अपने सैनिकों और अधिकारियों की मौत की बात कबूल की है। अब तक वह गलवान में घायल हुए और मरने वाले सैनिकों की संख्या छिपाता रहा था। चीनी सेना के ऑफिशियल न्यूज पेपर के मुताबिक, सेंट्रल मिलिट्री कमीशन ने इन सैनिकों को हीरो का दर्जा दिया है। इनमें शिनजियांग मिलिट्री कमांड के रेजिमेंटल कमांडर क्यूई फेबाओ को हीरो रेजिमेंटल कमांडर फॉर डिफेंडिंग द बॉर्डर, चेन होंगजुन को हीरो टु डिफेंड द बॉर्डर और चेन जियानग्रॉन्ग, जियाओ सियुआन और वांग जुओरन को फर्स्ट क्लास मेरिट का दर्जा दिया गया है।