कराकास । कोरोना वायरस के बारे में गलत सूचना फैलाने पर फेसबुक ने वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो के पेज को बंद कर दिया है। इससे पहले मादुरो ने अजवाइन से बनी दवा कारवतीवीर को इस महामारी के लिए चमत्कारिक दवा बताया था। फेसबुक के प्रवक्ता ने बताया कि हम विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के दिशानिर्देशों का पालन करते हैं। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक कोरोना वायरस के लिए अभी कोई दवा नहीं है। मादुरो ने बिना किसी मेडिकल साक्ष्य के दावा कर दिया था कि कारवतीवीर दवा कोरोना वायरस से जंग में चमत्कारिक है। फेसबुक के प्रवक्ता ने कहा कि नियमों के बार-बार उल्लंघन के कारण हम वेनेजुएला के राष्ट्रपति के अकाउंट को 30 दिनों के लिए ब्लॉक कर रहे हैं। इस दौरान उनके अकाउंट को केवल पढ़ा जा सकेगा।
फेसबुक प्रवक्ता ने यह भी बताया कि कोरोना वायरस को लेकर नियमों के उल्लंघन पर मादुरो के विवादित वीडियो को हटा दिया गया है। इस वीडियो से लोगों की जिंदगी खतरे में पड़ सकती थी। इस विडियो में मादुरो दावा कर रहे थे कि उक्त दवा की जीभ पर मात्र कुछ बूंदों से ही कोरोना चमत्कारिक रूप से खत्म हो जाता है और इसका कोई दुष्प्रभाव भी नहीं होता है। वेनेजुएला के राष्ट्रपति पहले भी उस दवा को लेकर फेसबुक की कड़ी आलोचना कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि वेनेजुएला का प्रभारी कौन है मैं या डब्ल्यूएचओ? फेसबुक का मालिक कौन है? दुनिया का प्रभारी कौन है? क्या यह फेसबुक के मालिक हैं? राष्ट्रपति मादुरो के पेज के ब्लॉक किए जाने पर वेनेजुएला के सूचना मंत्रालय ने कोई टिप्पणी नहीं की है।