वाशिंगटन । अफगानिस्तान में अमेरिका के दूतावास ने अपने कर्मचारियों के बीच कोरोना वायरस के मामले बढ़ने के कारण उसे लगभग पूरी तरह बंद करने के आदेश दिया है। देश से अमेरिकी सैनिकों के लौटने का समय नजदीक आने के कारण पहले से ही अनिश्चितता की स्थिति वाले दूतावास ने काबुल में गुरूवार को बाकी कर्मियों को कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने से रोकने के लिए अलग होने के आदेश दिए हैं।
दूतावास में संक्रमण से एक कर्मचारी की मौत हो चुकी है और 114 कर्मचारी पृथक-वास में हैं। इसके अलावा कई लोगों को चिकित्सा संबंधी वजहों से दूतावास छोड़ना पड़ा है।
दूतावास ने कर्मचारियों को दिए गए एक नोटिस में कहा कि कामकाजी बैठकों और मनोरंजन सभाओं समेत सभी सामूहिक गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, क्योंकि अफगानिस्तान में सेना के अस्पतालों में आईसीयू में अब जगह नहीं है और मामले बेतहाशा बढ़ने के कारण उन्हें ऑक्सीजन की आवश्यकता वाले मरीजों की देखभाल के लिए अस्थायी कोविड-19 वार्ड बनाने पड़े हैं।
नोटिस के अनुसार, जब तक संक्रमण की श्रृंखला नहीं टूटती तब तक पाबंदियां लागू रहेंगी। उल्लंघकर्ताओं को देश से वापस बुला लिया जाएगा। नोटिस में कहा गया है कि संक्रमण के 95 प्रतिशत मामले ऐसे लोगों के हैं जिन्होंने टीका नहीं लगवाया। दूतावास ने सभी कर्मियों से, दूतावास में उपलब्ध टीकों की खुराक लेने का आग्रह किया। अमेरिका के कार्यवाहक राजदूत रॉस विल्सन ने कहा हम सभी के सहयोग से ही सामान्य कामकाज बहाल कर सकते हैं। इन पाबंदियों के चलते काबुल में स्थित दूतावास के सभी कर्मचारी अपने क्वार्टर में ही रहेंगे और केवल भोजन लाने या व्यायाम करने के लिए ही बाहर निकलेंगे।