जेनेवा । वैश्विक निगरानी संस्था संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) म्यांमार में सैन्य तख्तापलट के बाद पैदा हुए हालात पर मंगलवार को चर्चा करेगी और पिछले साल नवंबर में देश में हुए आम चुनाव में लोगों द्वारा व्यक्त की गई इच्छा का सम्मान करने पर विचार के साथ ही उठाए जा सकने वाले कदमों पर चर्चा करेगी। फरवरी के लिए सुरक्षा परिषद का अध्यक्ष ब्रिटेन म्यांमार पर चर्चा के लिए बंद दरवाजे में बैठक आयोजित करेगा। इस दौरान म्यांमार के लिए संयुक्त राष्ट्र महासचिव की विशेष दूत क्रिस्टीन श्रानेर बर्गनर भी संभवत: अपने विचार रखेंगी।
संयुक्त राष्ट्र में ब्रिटेन की स्थायी प्रतिनिधि और इस महीने के लिए सुरक्षा परिषद की अध्यक्ष बारबरा वुडवर्ड ने एक ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘हम शांति एवं सुरक्षा को लेकर पैदा हुए दीर्घकालीन खतरे से म्यांमार के एशियाई और आसियान पड़ोसियों के साथ निकटता से काम करके निपटना चाहते हैं।’ उन्होंने कहा कि पूर्व में म्यांमार पर इस सप्ताह के अंत में परिषद में वार्ता होनी थी, लेकिन देश में हाल में हुए घटनाक्रम के कारण यह चर्चा मंगलवार को होगी। इससे पहले परिषद ने नवंबर में हुए चुनाव से पहले सितंबर 2020 में म्यांमार पर चर्चा की थी। उल्लेखनीय है कि म्यांमार में सेना ने सोमवार को तख्तापलट कर दिया और शीर्ष नेता आंग सान सू ची समेत कई नेताओं को हिरासत में ले लिया। पांच दशकों तक सैन्य शासन में रहे इस देश में सैन्य तख्तापलट की दुनिया के विभिन्न देशों और संगठनों ने निंदा की है और हिरासत में लिए गए नेताओं को रिहा करने की मांग की है।