जेनेवा । संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने अमेरिका की विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लयूएचओ) के साथ फिर सहभागिता का स्वागत करते हुए कहा है कि कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए स्वास्थ्य संगठन का समर्थन करना बेहद महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि अमेरिका का वैश्विक टीकाकरण कार्यक्रम का हिस्सा बनना टीके की सभी देशों में निष्पक्ष पहुंच सुनिश्चित करेगा। संयुक्त राष्ट्र प्रमुख के प्रवक्ता की ओर से बुधवार को जारी किए गए बयान के अनुसार कोविड-19 के खिलाफ बेहतर समन्वित कार्रवाई के लिए डब्ल्यूएचओ का समर्थन करना महत्वपूर्ण है। गुतारेस ने कहा कि यह एकता दिखाने और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए एकजुटता से काम करने का समय है, ताकि वायरस और इसके विनाशकारी परिणामों को रोका जा सके। बयान में कहा कोविड-19 से निपटने के लिए उसका टीका एक महत्वपूर्ण साधन है, ऐसे में अमेरिका को ‘कोवैक्स’ मुहिम का हिस्सा बनना और उसका समर्थन करना, सभी देशों तक टीके की निष्पक्ष पहुंच के प्रयासों को गति देगा।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कोरोना वायरस से निपटने के डब्ल्यूएचओ के प्रयासों पर सवाल उठाते हुए पिछले साल उसके कोष पर रोक लगा दी थी। उनके प्रशासन ने संयुक्त राष्ट्र को अमेरिका के डब्ल्यूएचओ से अलग होने की आधिकारिक रूप से जानकारी भी दी थी। गौरतलब है कि डेमोक्रेट जो बाइडन ने बुधवार को अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति के तौर पर कार्यभार संभाला है।
उन्होंने पदभार संभालते ही 15 कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर किए, जिनमें से कुछ पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की अहम विदेश नीतियों और राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित फैसलों को पलटने वाले हैं। इन कार्यकारी आदेशों में पेरिस जलवायु परिवर्तन समझौते में पुन: शामिल होने, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) से अमेरिका को अलग होने से रोकने, मुस्लिम देशों से लोगों की यात्रा पर प्रतिबंध को हटाने और मैक्सिको सीमा पर दीवार निर्माण को तत्काल रोकना आदि शामिल हैं। उल्लेखनीय है कि अमेरिका 21 जून 1948 से डब्ल्यूएचओ का हिस्सा है और दुनिया में सबसे अधिक 45 करोड़ डॉलर प्रतिवर्ष की आर्थिक मदद देता है।