वॉशिंगटन । पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अब सत्ता ले बाहर है, लेकिन राष्ट्रपति रहते उनकी कारगुजारियां किसी भी छिपी नहीं है। ट्रंप ने सत्ता में रहते झूठ बोलने काल भी कीर्तिमान बनाया। दरअसल झूठ बोलने के लिए बदनाम डोनाल्ड ट्रंप ने अपने पूरे चार के कार्यकाल में 30,573 बार झूठे दावे किए हैं या ये कहें कि पद पर रहते हुए झूठ बोला है।
एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया है कि फैक्टचेकर यानी तथ्यों को जांचने वाली संस्था ने 10 साल से अधिक समय दोनों दलों के राजनेताओं द्वारा किए गए दावों की सत्यता जांची। लेकिन ट्रंप ने इसमें खासी चुनौती पेश की। ट्रंप के झूठ के बारे में लिखने के लिए एक साप्ताहिक फीचर शुरू किया गया था। इसका शीर्षक था, 'वॉट ट्रंप्स गॉट रॉन्ग ऑन ट्विटर दिस वीक।' इसके बाद इसे ट्रंप के कार्यकाल के पहले 100 दिनों के प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया गया। इसके बाद पाठकों की मांग पर ट्रंप के पूरे चार साल के कार्यकाल के दौरान के डाटा को एकत्र किया गया।
फैक्ट चेकर के डाटाबेस से प्राप्त जानकारी के अनुसार ट्रंप की धोखाधड़ी में समय के साथ बढ़ोतरी होती गई। ट्रंप ने अपने कार्यकाल के पहले साल में प्रत्येक दिन औसतन 6 बार झूठे दावे किए। दूसरे साल प्रतिदिन 16 झूठे दावे किए। तीसरे साल प्रतिदिन 22 झूठ बोले और आखिरी के चौथे साल ट्रंप ने 39 झूठे दावे किए। प्राप्त नतीजों के अनुसार ट्रंप की ओर से किए गए सभी झूठे दावों में से करीब आधे दावे ट्रंप की ओर से की गई चुनावी रैलियों, चुनावी अभियानों और उनके ट्विटर अकाउंट से किए गए थे। हालांकि उनका ट्विटर अकाउंट अब सस्पेंड कर दिया गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से पहले ट्रंप ने एक टीवी चैनल को कहा था कि यह एक धोखाधड़ी होने जा रही है। डोनाल्ड ट्रंप ने 3 नवंबर, 2020 के बाद चुनाव संबंधी धोखाधड़ी के बारे में 800 से अधिक झूठे या भ्रामक दावे किए है। इलिप्स में अपने 6 जनवरी के भाषण में उन्होंने यूएस कैपिटॉल पर हमले के लिए उकसावे वाले झूठे दावे किए।