बिलासपुर । रेत चोरों ने एक बार फिर से एक मासूम की जान ले ली और एक मां की गोद सुनी कर दी। सवाल ये उठता है कि आखिर ये रेत चोर कितनी जाने लेकर अपना तिजोरी भरेंगे। जिले के अधिकारी कब नींद से जागेंगे।
रेत चोरों की मनमानी अब अब अपनी सारी सीमाएं लांघ चुकी है। एक तरफ रेत की चोरी करके अपनी तिजोरी भर रहे है दूसरी ओर सड़क में चलने वाले मासूम लोगों रौंद रहे रहे है। ताजा मामला ग्राम नगोई का है। नगोई निवासी प्रांजल मिश्रा आधारशिला विद्या मंदिर में 11 वीं का छात्र था। वह शनिवार को अपने छोटे भाई प्रखर मिश्रा के साथ स्कूल जा रहा था। बिरकोना हनुमान मंदिर के पास ट्रेक्टर चालक ने लापरवाही पूर्वक वाहन चलाते हुए स्कूटी सवार छात्रों को ठोकर मार दिया। दुर्घटना में छात्र प्रांजल मिश्रा की मौके में ही मौत हो गई एव उसका भाई प्रखर मिश्रा घायल हो गया। नगोई निवासी देवेंद्र कुमार शास्त्री की रिपोर्ट पर कोनी पुलिस ने ट्रेक्टर चालक के खिलाफ जुर्म दर्ज किया गया है। बताया जा रहा है कि जिस ट्रेक्टर से रेत की सप्लाई की जा रही थी वो कांग्रेस से जुड़े एक नेता की है। यदि यही हाल रहा तो जिले में तीन साल के अंदर सरकार के खिलाफ इतनी आक्रोश पनपेगी की सत्ताधारी दल के नेताओं को मुंह छिपाने के लिए जगह नही मिलेगी। जानकारी के अनुसार रेत के अवैध कारोबार और रूपयों की हवस में अब तक रेतचोरों ने 15 लोगों को मौत के घाट उतार चुके है। यह आंकड़ा मात्र 11 महीनों का है। लोगों ने बताया कि जिसने भी रेत के अवैध उत्खनन का विरोध किया। उसे गाड़ी के नीचे लेकर हादसे का शक्ल दे दिया जाता है। मामला शांत होने के बाद आरोपी रिहा हो जाते है। रेत चोरों का कारोबार दुबारा शुरू हो जाता है।