हवाई। प्रशांत महासागर के हवाई द्वीप समूह के बड़े द्वीप पर स्थित दुनिया का सबसे विशाल ज्वालामुखी माउना लोआ अब धीरे-धीरे धधकना शुरू हो गया है। अमेरिकी वैज्ञानिक लगातार उसकी निगरानी कर रहे हैं। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि यह विशाल ज्वालामुखी जल्द ही पूरी तरह से धधक सकता है। हालांकि अभी तक इसके धधकने की पूरी तरह से पुष्टि नहीं हुई है। पिछल सप्ताह हवाई के वोल्कानो आब्जरवेटरी ने कम क्षमता के 200 भूकंप दर्ज किए थे। रिक्टर पैमाने पर इन भूकंपों की तीव्रता 2.5 से कम दर्ज की गई थी। ज्यादातर भूकंप शिखर के करीब 6 किमी नीचे आए थे लेकिन इससे ज्वालामुखी पर प्रभाव नहीं पड़ा।
यूएसजीएस ने कहा कि चोटी पर अलग होने की गति और भूकंपनीयता थोड़ी सी बढ़ी हुई है। रिक्टर पैमाने पर 4.2 की तीव्रता वाला भूकंप बुधवार को आया था, लेकिन इसका माउना लोआ ज्वालामुखी पर कोई असर नहीं पड़ा। एजेंसी ने यह भी कहा कि ज्वालामुखी के निगरानी से यह खुलासा नहीं हुआ है कि आकार में बदलाव की दर या तरीके में कोई परिवर्तन नहीं आया है। जब ज्वालामुखी में सक्रियता बढ़ती है तो आमतौर में उसके आकार में बदलाव आना शुरू हो जाता है। यह सच है कि अभी कोई ज्वालामुखी विस्फोट नहीं होने जा रहा है, फिर भी वहां बसे लोगों ने भागने के लिए अपना बोरिया-बिस्तरा तैयार कर लिया है। उन्होंने अपने बैग में सभी जरूरी सामान रख लिए हैं ताकि कभी भी वहां से फरार हुआ जा सके। अगर माउना लोआ में पूर्ण विस्फोट होता है तो इसका लावा मात्र कुछ ही घंटे में स्थानीय बस्तियों तक पहुंच सकता है। हालांकि अगर आधा विस्फोट होता है, तो इसका खतरा नहीं रहेगा। हवाई द्वीप पर कुल 5 ज्वालामुखी सक्रिय हैं। इनमें से एक अति सक्रिय किलायूइए भी है।