रायपुर,। कलेक्टर डाॅ. एस.भारतीदासन की उपस्थिति में आज उप सचंालक कृषि के सभाकक्ष में गोधन न्याय योजना के अंतर्गत वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन, विक्रय एवं उपयोग विषय पर एक दिवसीय जिला स्तरीय कार्यशाला आयोजित की गई। इस अवसर पर जनपद अध्यक्ष धरसीवा श्रीमती उत्तरा कुमारी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत रायपुर डाॅ. गौरव कुमार सिंह, कृषि, पशुपालन, उद्यान, मत्स्य पालन, कृषि विज्ञान केन्द्र के अधिकारी-कर्मचारी सहित कृषक मित्र, कृषि सखी एवं पशु सखी उपस्थित थे। उल्लेखनीय है कि जिले के आरंग, अभनपुर एवं तिल्दा विकासखंडो में भी विकासखंड स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती डोमेश्वरी वर्मा द्वारा ऑनलाइन माध्यम से कार्यशाला का शुभांरभ किया गया। कार्यक्रम में कलेक्टर ने फसलों में रसायनों का उपयोग कम करने और फसलों की गुणवत्ता के लिए गोबर एवं जैविक खाद् के उपयोंग करने में बल दिया। उन्होंने जिले के प्रत्येक गांव में 5-6 प्रगतिशील कृषकों का चयन कर उनके खेतों में वर्मी कम्पोस्ट का उपयोग करवाने को कहा साथ ही कृषक मित्र के सहयोग से फसल प्रदर्शन आयोजित कर किसानों को प्रेरित करने को कहा। उन्होंने बताया कि प्रदेश के मुख्य सचिव द्वारा वर्मी कम्पोस्ट के उपयोंग पर व्यापक रूप से बल दिया जा रहा है। यह जैविक खाद् गौठानों पर उपलब्ध है एवं पूर्ण रूप से प्रमाणित है।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत रायपुर द्वारा जिले के सभी ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी, कृषि सखी एवं पशु सखी को प्रत्येक दिवस कम से कम 1 क्विंटल वर्मी खाद विक्रय हेतु लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उप संचालक कृषि द्वारा गौधन न्याय योजना, वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन, विक्रय, उपयोग, गोबर से निर्मित सामग्री, जैविक कीटनाशी निर्माण एवं अन्य निर्मित उत्पाद की विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। उन्होंने मृदा स्वास्थ्य योजना कर जानकारी दी। संयुक्त संचालक पशुधन विभाग द्वारा बैकायर्ड कुक्कुट इकाई योजना, बकरी पालन, मुर्गी पालन, अंडा उत्पादन एवं विक्रय की विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। उप संचालक मत्स्य पालन द्वारा मत्स्य पालन पर वर्मी खाद के उपयोग, कृषि विज्ञान केन्द्र के प्रमुख वैज्ञानिक एवं कार्यक्रम समन्वयक डाॅ. गौतम राय द्वारा वर्मी कम्पोस्ट बनाने की विधि, गुणवत्ता एवं उपयोग की विस्तार तथा उप संचालक उद्यान द्वारा सब्जी वर्गीय फसल में वर्मी कम्पोस्ट उपयोग की जानकारी दी गई।