लंदन । पृथ्वी पर विशालकाय जीवों को लेकर डायनासोर से लेकर कई प्रकार के सरीसृपों की चर्चा होती रहती हैं। जीवाश्म विज्ञानियों ने हाल ही में अर्जेंटीना में एक विशालकाय डायनासोर का जीवाश्म खोजा है। अर्जेंटीना के पैटागोनिया इलाके के अवासादी निक्षेपों में पाया गया यह जीवाश्म टाइटनोसॉरस का है। फिलहाल इस जीवाश्म का आधा हिस्सा ही मिल सका है और इसका विस्तृत अध्ययन नहीं हो सका है फिर भी माना जा रहा है कि यह डायनासोर पृथ्वी पर अब तक का सबसे बड़ा जीव हो सकता है। यह डायनासर पृथ्वी पर 9.8 करोड़ साल पहले विचरण करता था। पैटागोनिया क्षेत्र दक्षिणी अमेरिका के सबसे दक्षिणी बिंदु पर स्थित है और यह कभी विशालकाय जीवों का घर हुआ करता था। इस जीवाश्म में 24 रीढ़ की हड्डियां मिली हैं जिनके बारे में माना जा रहा है कि वे विशाल पूंछ का हिस्सा रही होंगी। इसके साथ ही कूल्हे और छाती के हड्डियों के कुछ अवशेष भी मिले हैं।
शोधकर्ताओं ने अध्ययन में पाया है कि यह जीवाश्म टाइटनोसॉरस का हो सकता है। टाइटनोसॉरस सॉरोपोडा समूह में आते हैं जिनके सदस्यों को सॉरोपॉड्स कहा जाता है। सॉरोपॉड पृथ्वी के सबसे विशाल जीवों में से एक हुआ करते थे। इनकी खासियत लंबी गर्दन और पूंछ, विशालकाय शरीर, छोटा मुंह और चार हाथियों के जैसे पैर और शाकाहारी भोजन हुआ करता था। क्रिटेशियस रिसर्च जर्नल में प्रकाशित अध्ययन में विशेषज्ञों ने बताया है कि जिस जीव का जीवाश्म पाया गया है वह अब तक का पाया गया सबसे बड़ा सॉरोपॉड है। यह 10 करोड़ से 9.5 करोड़ साल पहले पाई जाने वाली पैटोगोटिटन नाम की प्रजाति के जानवरों से भी बड़ा है जो 37.2 मीटर तक बड़े होते थे। अर्जेंटीना के म्यूजो डि ला प्लेटा के जीवाश्मविज्ञानी एलेजेंड्रो ओटेरो ने को बताया कि यह एक बहुत ही बड़ा डायनासोर है लेकिन उनकी टीम उम्मीद कर रही है कि भविष्य में इस हड्डी के ढांचे से और ज्यादा मिल सकेगी। इसलिए उन्हें विश्वास है कि जल्दी ही यह पता चल जाएगा कि वास्तव में यह डायनासोर कितना विशाल था।
शोधकर्ताओं ने अभी तक इस डायनासोर के वजन पर कोई टिप्पणी नहीं की है। शोधकर्ताओं का कहना है कि बाजू और जांघ की हड्डी के अध्ययन किए बिना डायनासोर के वजन का अनुमान लगाना मुश्किल है। फिर भी यह जीवाश्म पूरा नहीं निकला है, फिर भी शोधकर्ता यह मान पा रहे हैं इसे अब तक का सबसे विशाल टाइटनोसॉर माना जा सकता है। टाइटनोसॉर अंटार्कटिका को छोड़ कर सभी महाद्वीपों में पाए गए हैं। लेकिन 40 टन से अधिक भार वाले टाइटनोसॉरस सहित विशालकाय प्रजातियां ज्यादातर पैटागोनिया में खोजी गई है। शोधकर्ताओं का फिलहाल यही कहना है कि इसे सबसे विशालकाय टाइटनोसॉरस में से एक माना जा सकता है। पैटागोटाइटन अब तक के दुनिया के सबसे विशालकाय जानवर हैं। इनका वजन 77 टन तक का होता है। अर्जेंटीनासॉरस गार्गेन्टचुअन के जैसे हैं जो 40 मीटर तक होते थे और इनका वजहन 110 टन होता था जो अफ्रीकी हाथियों से 12 गुना बड़ा होता था।