नई दिल्ली । जूनियर हॉकी खिलाड़ी रविचंद्र सिंह मोइरांगथेम और दीनाचंद्र सिंह मोइरांगथेम ने कहा है कि वे चिंगलेनसाना सिंह कांगुजम और हरमनप्रीत सिंह की तरह बनना चाहते हैं क्योंकि ये दोनो उनके आदर्श खिलाड़ी हैं। मिडफील्डर रविचंद्र ने कहा कि मणिपुर के उदीयमान हॉकी खिलाड़ियों के लिए चिंगलेनसाना एक बड़े प्रेरणास्रोत हैं। उन्होंने कहा, ‘चिंगलेनसाना के आने के बाद से ही मणिपुर में हॉकी काफी लोकप्रिय हुई है। उन्होंने भारत की ओर से 200 से ज्यादा मैच खेले हैं और राज्य में युवा उसे देखकर हॉकी के प्रति आकर्षित हो रहे हैं।' उन्होंने कहा, ‘मैं उनका खेल करीब से देखता हूं और उम्मीद है कि एक दिन उन्हीं की तरह बनूंगा। वहीं कोथाजीत सिंह भी काफी अनुभवी हैं। हमें ऐसे आदर्श खिलाड़ी मिलने की खुशी है।' वहीं दीनाचंद्र ने कहा कि हरमनप्रीत देश के युवा डिफेंडरों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। उन्होंने कहा, ‘उसका खेल शानदार है। उसने कई मैचों में भारत को जीत दिलाई है और देश के डिफेंडरों का उत्साह बढ़ाया है। खेल के दौरान दबाव के हालात में भी वह संयमित रहता है। इस युवा खिलाड़ी ने कहा, ‘मैं भी अपने खेल को बेहतर कर देश की ओर से खेलना चाहता हूं और उसी के लिए प्रयास कर रहा हूं।।'