वॉशिंगटन । अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने चीन को आगाह करते हुए चेताया कि वह वैश्विक व्यवस्था का सम्मान करे या क्योंकि इससे ही स्थिरता बनेगी। उन्होंने अलास्का में चीनी अधिकारियों से कहा कि शिंजियांग, हॉगकॉग, ताइवान, अमेरिका पर साइबर हमले और अमेरिका के दोस्तों के खिलाफ आर्थिक सीनाजोरी ने कानून आधारित व्यवस्था के लिए खतरा पैदा कर दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक ब्लिंकेन ने यह टिप्पणी चीन के विदेश मंत्री वांग यी और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार यांग जिइची के साथ मुलाकात के दौरान की। दोनों देशों के बीच रिश्तों में आए तनाव को दूर करने के लिए अलास्का में यह पहली उच्चस्तरीय बैठक चल रही है। ब्लिंकन ने कहा कि अमेरिका का इरादा 'कानून आधारित व्यवस्था की रक्षा करना है जो वैश्विक स्थिरता को बनाती है।' उन्होंने कहा कि इसके बिना दुनिया और ज्यादा हिंसक हो जाएगी।
अमेरिका के विदेश मंत्री ने चीन के उस दावे को भी खारिज कर दिया जिसमें उसका कहना है कि शिंजियांग, ताइवान और हॉगकॉग ये सभी उसके आंतरिक मामले हैं। ब्लिंकन ने कहा कि हमारा प्रशासन अमेरिका के हितों को आगे बढ़ाने और कानून आधारित वैश्विक व्यवस्था को मजबूत करने के लिए कूटनीति के साथ आगे बढ़ना चाहता है। उन्होंने कहा कि यह सिस्टम मतभेदों को शांतिपूर्वक सुलझाने में मदद करता है और बहुपक्षीय प्रयासों में प्रभावी तरीके से समन्वय करता है। साथ ही यह सिस्टम ऐसे वैश्विक व्यापार में भाग लेने का अवसर देता है जिसमें यह आश्वासन होता है कि सभी देश एक जैसे नियमों का पालन कर रहे हैं। बता दें कि पूर्वी चीन सागर और दक्षिण चीन सागर में चीन की आक्रामकता लगातार बढ़ती जा रही है। यही नहीं चीन में उइगर मुस्लिमों के मानवाधिकारों का उल्लंघन हो रहा है जिसे अमेरिकी प्रशासन ने नरसंहार करार दिया है। ट्रंप प्रशासन के जाने के बाद भी अमेरिका के चीन के रुख में ज्यादा बदलाव नहीं आया है और ब्लिंकेन का यह ताजा बयान इसी दिशा में माना जा रहा है।