FBI ने गुरुवार को कहा कि न्यू ऑरलियन्स हमले में शमसुद्दीन जब्बार अकेला आतंकवादी था और वह इस्लामिक स्टेट (ISIS) का समर्थक था। वह इसी साल गर्मियों में ISIS में शामिल हुआ था। साथ ही बताया कि अटैक में 14 लोग मारे गए। इससे पहले न्यू ऑरलियन्स कोरोनर ने कहा था कि हमले में 15 लोग मारे गए हैं।
FBI के डिप्टी असिस्टेंट डायरेक्टर क्रिस्टोफर राया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि जब्बार ने ISIS के समर्थन में सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट किए थे। पहले उसका प्लान अपने परिवार और दोस्तों को मारने का था। मगर ऐसा करने पर उसका 'वॉर बिटविन बिलीवर्स एंड नॉन बिलीवर्स' (विश्वासियों और अविश्वासियों के बीच युद्ध) का मकसद पूरा नहीं होता।
राया ने टाइमलाइन के साथ बताया कि जब्बार ने 30 दिसंबर को ह्यूस्टन टेक्सास में ट्रक किराए लिया। फिर 31 दिसंबर की शाम को न्यू ऑरलियन्स चला गया। उसने अपने फेसबुक अकाउंट पर ISIS के समर्थन में 5 वीडियो पोस्ट किए। पहले वीडियो में जब्बार ने अपने पुराने प्लान के बारे में बताया।
नए साल के जश्न के बीच हुआ था ट्रक अटैक
अमेरिका के न्यू ऑर्लियंस में 1 जनवरी की रात नए साल का जश्न मना रहे लोगों को एक तेज रफ्तार पिकअप ट्रक ने रौंद दिया। यह घटना रात के 3 बजकर 15 मिनट पर हुई। तब शहर की सबसे व्यस्ततम बॉर्बन स्ट्रीट पर हजारों लोग जश्न मना रहे थे। अचानक एक गाड़ी भीड़ को रौंदते हुए आगे बढ़ी।
इसके बाद हमलावर पिकअप ट्रक से बाहर आया और लोगों पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोली चलाई, जिसमें हमलावर की मौत हो गई। मुठभेड़ में दो पुलिस वाले भी घायल हो गए। इस हमले में 35 लोग घायल हुए थे। घटनास्थल से लॉन्ग गन के अलावा दो घरेलू बम और ISIS का झंडा मिला था।
13 साल अमेरिकी सेना में रहा था हमलाव
जांच एजेंसियों ने बताया कि हमलावर शमसुद्दीन जब्बार टेक्सास स्टेट का रहने वाला था और 2007 से 2020 तक अमेरिकी सेना में रहा था। सेना ने उसकी अफगानिस्तान में तैनाती भी की थी।