यंगून। म्यांमार में तख्तापलट को लेकर चीन के खिलाफ लोगों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। गुस्साए लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनकारियों ने यंगून के हलैनगठाया जिले में चीनी उद्योगपतियों की कई फैक्ट्रियों को निशाना बनाया और उनको आग के हवाले कर दिया। चीन के दूतावास ने आरोप लगाया कि इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने जमकर लूटपाट और आगजनी की। इस घटना में कई चीनी नागरिकों के घायल होने की भी खबर है। बता दें कि म्यांमार के लोगों का आरोप है कि सेना ने चीन के साथ मिलकर लोकतांत्रिक रूप से चुनी हुई सरकार को सत्ता से बेदखल करवाया है। इसी विरोध में चीनी दूतावास के बाहर भी प्रदर्शन हुआ।
गत दिवस हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारियों ने म्यांमार सेना के खिलाफ नारेबाजी करते हुए चीनी फैक्ट्रियों पर हमला बोल दिया। रिपोर्ट के अनुसार, चीनी नागरिकों के स्वामित्व वाली दो गारमेंट फैक्ट्रियों को आग के हवाले किया गया है। वहीं प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए सेना ने कार्रवाई करते हुए करीब 29 प्रदर्शनकारियों को मौत के घाट उतार दिया। वहीं सैन्य अधिकारियों ने कई क्षेत्रों में मार्शल लॉ की घोषणा भी कर दी। 1 फरवरी को म्यांमार सेना ने तख्तापलट करते हुए आंग सान सूची सहित प्रमुख नेताओं को गिरफ्तार कर लिया था। सूची पर कई आरोपों के तहत मुकद्दमा भी दर्ज किया गया है। सेना की इस कार्रवाई के विरोध में पूरे देश में प्रदर्शन हो रहे हैं।