इस्लामाबाद । पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 26/11 मुंबई हमले के मास्टरमाइंड और लश्कर-ए-तैयबा के सरगना जकी-उर-रहमान लखवी को टेरर फंडिंग के मामले में गिरफ्तार किया गया है। हालांकि, उसकी गिरफ्तारी का मुंबई हमले से कोई संबंध नहीं है। पाकिस्तान के पंजाब आतंक निरोधी विभाग के प्रवक्ता ने इसकी पुष्टि की है कि आंतकी लखवी को लाहौर में गिरफ्तार किया है।आरोप है कि वह डिस्पेंसरी के नाम पर मिले फंड का इस्तेमाल आतंकवादी गतिविधियों के लिए करता था।बात दें कि लखवी को साल 2008 में मुंबई हमलों के बाद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आतंकवादी करार दिया था।
फाइनैंशनल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की तरफ से ब्लैकलिस्ट होने से बचने के लिए इमरान खान सरकार इस तरह की पैंतरेबाजियां करता रहता है। आतंक के खिलाफ कार्रवाई के नाम पर इस्लामाबाद रह-रहकर आतंकियों पर कार्रवाई का दिखावा करता रहा है। इससे पहले नवंबर में पाकिस्तान की संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) ने मोस्ट वॉन्टेड की नई सूची में मुंबई हमले में शामिल 11 आतंकियों के नाम को दर्ज किया था।
बता दें कि 26 नवंबर 2008 को पाकिस्तानी सेना और खुफिया एजेंसी की शह पर लश्कर एतैयबा के आतंकियों ने मुंबई में कई स्थानों पर हमले किए थे। आतंकी हमले में कई विदेशियों सहित करीब 155 लोगों की मौत हो गई थी। इस हमले का मास्टर माइंड जकीउर रहमान लखवी है, जिसे पाकिस्तान में गिरफ्तारी के बाद जमानत पर रिहा कर दिया गया था। भारत ने पाकिस्तान की पोल खोलते हुआ बताया था कि पाक ने एफएटीएफ के एक्शन प्लान के 27 में से सिर्फ 21 बिंदुओं पर काम किया है। 6 बिंदुओं पर काम नहीं किया गया है। सभी को पता है कि पाकिस्तान आतंकी इकाइयों और लोगों को पनाह दे रहा है और उसने यूएनएससी के बताए मसूद अजहर, दाऊद इब्राहिम और जकीरुर रहमान लखवी जैसे लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है।