बिलासपुर । सरकंडा क्षेत्र के उज्ज्वला गृह से महिला और दो युवतियों को जबरन छुड़ाने के मामले में पुलिस ने जुर्म दर्ज कर लिया है। युवती की शिकायत पर उज्ज्वला गृह की महिला कर्मचारी के खिलाफ मारपीट का मामला दर्ज किया गया है।
सरकंडा स्थित उज्ज्वला गृह के संचालक जितेंद्र मौर्य ने पुलिस को बताया कि रविवार को सरकंडा निवासी महिला के पति और उसके परिवारवाले उसे लेने आए थे। इस दौरान उज्ज्वला होम के कर्मचारियों ने जरूरी दस्तावेज जमा करने कहा।
रविवार की शाम 6.30 बजे महिला के पति और परिवारवालों का बयान दर्ज किया जा रहा था। इसी बीच चिंगराजपारा के कुलदीप सिंह व चंद्रकांत अहिरवार अपने साथियों के साथ उज्ज्वला गृह में घुस आए।
युवकों ने महिला कर्मचारी से अभद्रता शुरू कर दी। इसी बीच चाबी गिर जाने से युवकों ने उज्ज्वला गृह का दरवाजा खोल लिया। इसके बाद महिला, एक दुष्कर्म पीडि़त और एक युवती को अपने साथ ले गए।
वहीं, उज्ज्वला गृह में रहने वाली युवती ने अपनी शिकायत में बताया कि उससे परिवार के सदस्य मिलने आते हैं। इस पर वार्डन नीलम खूंटे रोकटोक करती है। इसका विरोध करने पर नीलम ने उससे मारपीट की है। दोनों पक्षों की शिकायत पर पुलिस ने जुर्म दर्ज कर लिया है।
प्रताडऩा की नहीं मिली शिकायत
सीएसपी निमिषा पांडेय ने बताया कि उज्ज्वला गृह में हंगामे की शिकायत मिली थी। इस पर दोनों पक्ष को थाने बुलाया गया था। यहां दोनों पक्ष की शिकायत सुनी गई। प्रताडऩा की बात सामने नहीं आई है। मारपीट और उज्ज्वला गृह से महिला और युवती को जबरन छुड़ाने की जानकारी मिली है। इसके आधार पर कार्रवाई की जा रही है।
अधिकारियों ने किया निरीक्षण
उज्ज्वला होम में हंगामे और महिला को जबरन छुड़ाकर ले जाने के मामले में महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों ने निरीक्षण किया है। रायपुर से भी अधिकारियों की टीम ने उज्ज्वला होम पहुंचकर वहां रहने वाली महिलाओं का बयान दर्ज किया है। रविवार को हुई घटना के बाद सखी वन स्टाप सेंटर की मीनाक्षी पांडेय ने निरीक्षण किया।
वहीं, महिला एवं बाल विकास अधिकारी नेहा राठिया व कार्यक्रम अधिकारी सुरेश सिंह भी उज्ज्वला होम पहुंचे। दोपहर एक बजे रायपुर से अधिकारियों की टीम उज्ज्वला होम पहुंची।
टीम में शामिल अधिकारियों ने महिलाओं का बयान दर्ज किया। उज्ज्वला होम के कर्मचारियों से भी घटना के संबंध में जानकारी ली। अधिवक्ता ने कहा कि घटना पूर्व नियोजित है।