प्योंगयांग । उत्तर कोरिया के सैन्य तानाशाह किम जोंग उन ने एक बार फिर से परमाणु हथियारों की ओर अपनी प्रतिबद्धता जताई है। किम जोंग उन ने कहा कि परमाणु प्रतिरोध राष्ट्रीय सुरक्षा की स्थायी गारंटी होंगे। किम जोंग उन ने वर्ष 1950-53 में हुए कोरियाई युद्ध के खात्मे की याद में आयोजित कार्यक्रम में यह बात कही। एक रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर कोरिया के पास 30 से 40 परमाणु बम हैं और वह लगातार इसे बना रहा है। उत्तर कोरिया की एक सरकारी संवाद एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक अपने भाषण में किम जोंग उन ने कहा कि कोरियाई युद्ध के समय से ही देश अपने शत्रुओं से भीषण लड़ाई लड़ रहा है। यही नहीं साम्राज्यवादियों का दबाव भी काफी बढ़ गया है। उन्होंने कहा कि हमारे युद्ध से आत्मरक्षा के प्रभावी और विश्सनीय प्रतिरोध को धन्यवाद कहें कि अब इस धरती पर कोई युद्ध नहीं होगा और हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा और भविष्य की दृढ़तापूर्वक स्थायी गारंटी होगी। गौरतलब है कि इस साल की शुरुआत में किम जोंग उन ने बैलिस्टिक मिसाइलों के परीक्षण पर लगी रोक को हटाने की घोषणा की थी। किम ने कहा कि हमारे लिए अब एकतरफा प्रतिबद्धता को निभाते रहने का कोई आधार नहीं है। नॉर्थ कोरिया परमाणु हथियार बनाना जारी रखेगा। अमेरिका ने परमाणु मामले पर बात करने की समय सीमा पार कर दी है और कोई सार्थक बात नहीं हुई है।
उत्तर कोरिया इससे पहले समूचे अमेरिकी भूभाग पर हमला करने में सक्षम मिसाइलों का परीक्षण तथा छह परमाणु परीक्षण कर चुका है। इनमें से आखिरी परीक्षण की क्षमता हिरोशिमा विस्फोट से भी 16 गुना अधिक शक्तिशाली थी। अमेरिका और उत्तर कोरिया के नेताओं के बीच हनोई शिखर वार्ता बेनतीजा रहने के बाद से वार्ता में गतिरोध बना हुआ है। एक तरफ किम जोंग उन परमाणु हथियार बनाने में व्यस्त हैं, वहीं दूसरी ओर हालात ऐसे के हैं कि देश के नागरिकों के सामने खाने का संकट पैदा हो गया है। चावल, मक्का, फल, मीट और मछली की कमी पड़ने के साथ लोगों को कछुए जैसा जीव खाने को मजबूर होना पड़ रहा है। यहां तक कि देश के वैज्ञानिकों ने लोगों को ज्यादा खाना खाने से रोकने के लिए पतला करने वाली गोलियां बांटना शुरू कर दिया है।