पेरिस । ब्रिटेन, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीकी स्ट्रेन के बाद अब फ्रांस में कोरोना वायरस का एक ऐसा स्ट्रेन मिला है जो नाक से स्वाब लेने पर छिप जा रहा है। यह वायरस पकड़ में नहीं आ रहा है। फ्रांस के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, ब्रिटेन में 79 कोरोना केस आए हैं। इसमें से 8 मरीजों में नया स्ट्रेन सामने आया है लेकिन कई लोग जांच में निगेटिव आए हैं।जिन मरीजों की जांच करने पर निगेटिव आया है, उन मरीजों में कोरोना वायरस के लक्षण देखे गए।
ऐसा पहली बार नहीं है जब कोरोना वायरस ने टेस्टिंग को दगा दिया है। फिनलैंड के शोधकर्ताओं ने पिछले ऐलान किया था कि उन्होंने एक स्ट्रेन फीन-796एच की पहचान की है जो नाक से जांच करने पर भी पकड़ में नहीं आ रहा है। ऐसे समय पर जब यूरोप में कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है, कोरोना के नए स्ट्रेन के पकड़ में नहीं आने पर टेंशन काफी बढ़ गई है।आमतौर पर आरटी-पीसीआर टेस्ट के दौरान मरीज के नाक से नमूना लेकर कोरोना वायरस के जेनेटिक कोड का पता लगाया जाता है। फ्रांसीसी स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक जेनेटिक सिक्वेंसिंग से खुलासा हुआ है कि ब्रिटनी में पाए गए कोरोना वायरस के स्ट्रेन के स्पाइक प्रोटीन में कई बार म्यूटेशन हुआ है। इससे यह नाक से स्वाब लेकर टेस्ट करने पर पकड़ में नहीं आ रहा है।
ब्रिटेन के स्वास्थ्य अधिकारियों ने इस बात की पुष्टि की है कि नए स्ट्रेन के कुछ मामलों की हर मौजूद तरीके से जांच की गई लेकिन वे पकड़ में नहीं आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसका मतलब यह हुआ कि कोरोना वायरस का यह नया स्ट्रेन बिना पकड़ में आए ही पूरे फ्रांस और उसके बाहर फैल रहा है। इस बीच यूरोपीय कंपनी नोवाकयट ग्रुप ने घोषणा की है कि उनका पीसीआर टेस्ट सफलतापूर्वक नए स्ट्रेन को पकड़ रहा है। बता दें कि चीन के वुहान से शुरू हुआ कोरोना वायरस लगातार नए-नए रूप ले रहा है। अभी तक कोरोना वायरस के कई रुप सामने आ चुके हैं।