लंदन । ब्रिटेन में कोरोना के नए स्ट्रेन की दहशत बढ़ने के बाद ब्रिटेन सरकार ने लंदन में सभी प्राथमिक स्कूलों को बंद रखने और सोमवार को नया सत्र शुरू नहीं करने का निर्देश दिया है। समीक्षा के बाद, शिक्षा विभाग (डीएफई) ने फैसला किया कि 'शिक्षा स्थिति रूपरेखा' केवल कुछ इलाकों के बजाय पूरी राजधानी में लागू होगी। इस फैसले से इंग्लैंड में विपक्ष और सभी स्कूलों के शिक्षक संघों की बढ़ती मांगों पर विराम लग गया है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) पर दबाव काफी बढ़ रहा है और अस्पतालों में बड़ी संख्या कोविड मरीजों की भर्ती हो रही है। ब्रिटेन के शिक्षा सचिव गेविन विलियमसन ने कहा, संक्रमण की दर पूरे देश में और विशेष रूप से लंदन में बढ़ रही है, हमें अपने देश और एनएचएस की सुरक्षा के लिए यह कदम उठाना चाहिए। हम समीक्षा जारी रखेंगे, और संभव होने पर जल्द से जल्द कक्षाओं को फिर से खोलेंगे।’
अधिकारियों के अनुसार, सबूत बताते हैं कि देश भर में नए प्रकार का कोविड-19 का संक्रमण बढ़ता जा रहा है, लंदन में स्थिति बिगड़ती जा रही है। सरकार ने कहा कि लंदन, दक्षिण पूर्व और पूर्वी इंग्लैंड में सामने आए अधिकतर मामले नए प्रकार के कोरोना वायरस के हैं। इन क्षेत्रों में संक्रमण की दर उम्मीद से कहीं अधिक तेजी से बढ़ी है, जहां नए प्रकार के वायरस का संक्रमण फैल रहा है और वायरस को नियंत्रित करने के लिए मजबूत उपायों की आवश्यकता है। ब्रिटेन के स्वास्थ्य सचिव मैट हैनकॉक ने कहा, 'पिछले एक हफ्ते में हमने देखा है कि पूरे लंदन में संक्रमण के मामले और अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है और अस्पताल बढ़ते दबाव की चपेट में आ रहे हैं। हमें शिक्षा और संक्रमण दर और एनएचएस पर दबाव के बीच संतुलन बनाना होगा।' ब्रिटेन में शुक्रवार को कोविड-19 के लगभग 53,285 नए मामले आए और बीमारी से 613 लोगों की मौत हुई। देश में मृतक संख्या बढ़कर 74,000 से अधिक हो गई। राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) के प्रमुख ने आगाह किया है कि अगले कुछ सप्ताह में स्थिति और बिगड़ेगी और इससे स्वास्थ्य क्षेत्र पर दबाव बढ़ेगा।