काठमांडू । नेपाल के लिए खुशखबरी है कि उसको जियोस्टेशनरी ऑर्बिटल स्लॉट मिला है। यानी नेपाल को धरती के ऊपर अंतरिक्ष में अपने सैटेलाइट्स लॉन्च करने के लिए एक कक्षा निर्धारित की गई है। अब नेपाल अपने सैटेलाइट्स लॉन्च कर सकता है। इसे लेकर नेपाल टेलीकम्यूनिकेशन अथॉरिटी (एनटीए) अपना सैटेलाइट छोड़ने की तैयारी कर रहा है।
अपना सैटेलाइट छोड़ने से नेपाल को करोड़ों रुपयों की बचत होगी। एनटीए नेपाल की संचार व्यवस्था, ब्रॉडकास्ट और एविएशन को लेकर पहले सैटेलाइट की तैयारी में जुट गया है। इंटरनेशनल टेलीकम्यूनिकेशन यूनियन (आईटीयू) ने नेपाल को 1984 में ऑर्बिटल स्लॉट दिया था। लेकिन धरती के ऊपर कक्षाओं में ज्यादा ट्रैफिक होने की वजह से उसे सैटेलाइट छोड़ने की अनुमति नहीं मिल रही थी।
अब नेपाल में कनेक्टिविटी बढ़ रही है। नई टेलीकम्युनिकेशन पॉलिसी आ रही है। इसलिए नेपाल की सरकार ने पिछले साल सितंबर में आईटीयू से उसका स्लॉट देने की अनुमति मांगी थी। जो अब उसे मिल गई है। एनटीए के मिन प्रसाद अरयाल ने मीडिया को बताया कि हमने अलग-अलग कंपनियों से बिड मंगाया है। उनसे जियोस्टेशनरी सैटेलाइट बनाने और लॉन्च करने के लिए कहा है। हम इसके साथ ही इससे संबंधित नए रेगुलेटरी नियम भी बनाएंगे।