काठमांडू। नेपाल सरकार ने साइनोफार्म के तहत चीन में बीजिंग इंस्टीट्यूट ऑफ बायोलॉजिकल प्रोडक्ट्स कंपनी लिमिटेड की एक कोविड-19 वैक्सीन को आपातकालीन उपयोग की मंजूरी दे दी है। नेपाल 15 जनवरी को एस्ट्राजेनेका के कोविशिल्ड वैक्सीन को पहले ही मंजूरी दे चुका है। नेपाल के ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट ने वैक्सीन के लिए आपातकालीन उपयोग ऑथराइजेशन के लिए एक सशर्त अनुमति जारी करने का फैसला किया। आपातकालीन उपयोग ऑथराइजेशन प्रदान करके, विभाग नेपाल में साइनोफार्म के वैक्सीन को लाने का मार्ग प्रशस्त करता है। चीन ने अनुदान सहायता के तहत, वैक्सीन की 5 लाख खुराक देने का फैसला किया है। हालांकि, नेपाल को जनवरी के तीसरे सप्ताह में भारत से कोविड वैक्सीन की 10 लाख खुराक मिली है, जबकि भारत के सीरम इंस्टीट्यूट से सब्सिडी दर पर 20 लाख और वैक्सीन खरीदने का फैसला किया गया है।
साइनोफार्म ने विभाग में 13 जनवरी को अपने टीके के लिए आपातकालीन उपयोग ऑथराइजेशन के लिए आवेदन किया था। भारत और नेपाल के बीच पिछले साल सीमाक्षेत्रों पर विवाद को लेकर तनाव की स्थिति कायम रही। हालांकि, कोरोना वायरस की महामारी में भारत ने नेपाल की खुले दिल से मदद की है जिसकी सराहना देश के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली भी कर चुके हैं, जो कभी बेहद तीखे तेवर अपना रहे थे। भारत में नेपाल के राजदूत नीलांबर आचार्य ने भी भारत को धन्यवाद देते हुए कहा था कि दोनों देशों को अपने संबंध बरकरार रखने के बारे में सोचना चाहिए, दूसरी चीजों के बारे में नहीं।' उन्होंने कहा, 'हम कोरोना वायरस वैक्सीन की 10 लाख खुराकें देने के लिए भारत सरकार के आभारी हैं। हमें भरोसा है कि हमें और खुराकें मिलेंगी जिनका हमने ऑर्डर दिया है। हम भारत की सरकार और लोगों को धन्यवाद देते हैं, वे अच्छे पड़ोसी और दोस्त हैं।'