वॉशिंगटन । अमेरिका की स्पेस एजेंसी नासा मंगल ग्रह पर जीवन की खोज के लिए सतत प्रयासरत है। एजेंसी के प्रोसर्विलॉस रोवर ने अपने माइक्रोफोन में रिकॉर्ड कीं आवाजें भेजी हैं। कैमरे में मंगल ग्रह पर चलने वाली हवाओं की आवाज सुनाई दे रही है जबकि माइक्रोफोन ने लेजर स्ट्राइक्स की आवाज को रिकॉर्ड किया है। इस रोवर में 23 कैमरे और 2 माइक्रोफोन लगे हैं जो धरती पर मिशन कंट्रोल को डेटा भेजेंगे। इसके आधार पर वहां जीवन की खोज की जाएगी। पहले ऑडियो में रोवर ने लाल ग्रह पर चलने वाली हवाओं की आवाज सुनाई दे रही है। इसे रोवर के सुपरकेम माइक्रोफोन ने रिकॉर्ड किया है। यह माइक इसके मास्ट के ऊपर लगा है। जब यह आवाज रिकॉर्ड हुई तो मास्ट नीचे था, इसलिए आवाज धीमी सुनाई दे रही है। दूसरी आवाज लेजर स्ट्राइक्स की है। दिल की धड़कन जैसी एक ताल में सुनाई दे रही आवाज में अलग-अलग तीव्रता है। इसके आधार पर रिसर्चर यह पता लगाएंगे कि लेजर जिस चट्टान से टकरा रही है उसकी बनावट कैसी है।
प्रोसर्विलॉस में 23 कैमरे और 2 माइक्रोफोन लगे हैं। इसके मास्ट में लगा मास्टकैम-जेड ऐसे टार्गेट्स पर जूम करेगा जहां वैज्ञानिक दृष्टि से रोचक खोज की संभावना हो। मिशन की साइंस टीम प्रोसर्विलॉस के सुपरकेम को इस टार्गेट पर लेजर फायर करने की कमांड देगी जिससे एक प्लाज्मा क्लाउड जनरेट होगा। इसके अनैलेसिस से टार्गेट की केमिकल बनावट को समझा जा सकेगा। अगर इसमें कुछ जरूरी मिला तो रोवर की रोबॉटिक आर्म आगे का काम करेगी।