न्यूयार्क। करीब एक दशक के बाद अमेरिका एक बार फिर से इतिहास रचते हुए निजी कंपनी के स्पेसक्राफ्ट से इंसानी मिशन को अंतरिक्ष में भेजा है। एलन मस्क की कंपनी स्पेस एक्स के ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट के जरिए अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा अपने अंतरिक्ष यात्रियों को रविवार को अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन भेजा। इससे पहले 27 मई 2020 की देर रात 2:03 बजे नासा ने फॉल्कन रॉकेट से दो अमेरिकी अंतरिक्षयात्रियों को स्पेस स्टेशन भेजा जाना था। मगर, खराब मौसम की वजह से लॉन्चिंग को 16 मिनट पहले टाल दिया गया था। मगर, रविवार को हुई इसकी सफल उड़ान की लाइव स्ट्रीमिंग की गई। इसका लाइव प्रसारण नासा टीवी के स्पेस एक्स लॉन्च पर देखा जा सकता है। इसके अलावा म्यूजियम ऑफ फ्लाइट के वॉच पार्टी पर भी लॉन्चिंग की लाइव स्ट्रीमिंग देखी जा सकती है। स्पेसक्राफ्ट में दो अंतरिक्षयात्री रॉबर्ट बेंकेन और डगलस हर्ले सवार हैं। फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से 19 घंटे की यात्रा के लिए यह स्पेसक्राफ्ट रवाना हो गया।
2011 में भेजा था आखिरी स्पेसक्राफ्ट
साल 2011 में अमेरिका की धरती से आखिरी स्पेसक्राफ्ट भेज गया था। 27 जुलाई 2011 को नासा ने स्पेस शटल एटलांटिस के धरती पर लौटने के बाद अपना स्पेस शटल प्रोग्राम बंद कर दिया था। 30 साल के स्पेस शटल प्रोग्राम के जरिए स्पेस स्टेशन के लिए 135 उड़ानें भरकर 300 से ज्यादा एस्ट्रोनॉट्स को अंतरिक्ष में भेजा गया था। फिलहाल अमेरिकी एस्ट्रोनॉट्स को रूस और यूरोपीय देशों के स्पेसक्राफ्ट से अंतरिक्ष में भेजा जाता है। यह पहला मौका है जब सरकार के बजाय किसी निजी कंपनी के जरिये अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में भेजा गया।