लाहौर । पाकिस्तान में मौलाना मुफ्ती अजीजुर रहमान पर अपनी ही एक छात्र के साथ यौन शोषण का आरोप था। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। इस मामले में मौलाना को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी के एक दिन बाद जेयूआई-एफ के पूर्व नेता और मौलवी मुफ्ती अजीजुर रहमान ने पूछताछ के दौरान छात्र का यौन उत्पीड़न करने की बात कबूल की। अपना गुनाह मानते हुए उन्होंने कहा, "मैंने जो किया उसके लिए मैं शर्मिंदा हूं।
पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) शारिक जमाल खान का कहना हे कि मौलवी ने कबूल किया था कि सोशल मीडिया पर वायरल हुई घटना में वह छात्र का यौन शोषण कर रहा था। मौलाना ने पुलिस से कहा, "मैंने छात्र को [उसकी परीक्षा में] पास करने के लालच में अपनी वासना का निशाना बनाया। मौलवी के बेटों पर भी जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया गया है।उन्होंने कहा कि मामले में उम्रकैद या 10 साल तक की जेल की सजा संभव है। मौलाना के बेटों ने छात्र को धमकाने और किसी को भी इस घटना का जिक्र करने से रोकने का प्रयास किया था।
डीआईजी ने कहा कि प्रधानमंत्री इमरान खान ने खुद मामले का संज्ञान लिया था और मौलवी की गिरफ्तारी से पहले वह पुलिस अधिकारियों के संपर्क में थे। पुलिस ने सोमवार को मौलवी को लाहौर की एक स्थानीय अदालत में पेश किया, जिसने रहमान से पूछताछ के लिए उसे रिमांड पर लेने का अनुरोध किया। उसे चार दिनों के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया। डीएनए और मेडिकल सैंपल लेने के भी आदेश दिए गए हैं। पिछले हफ्ते मौलाना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था जिसमें वह अपनी छात्रा का यौन शोषण करते हुए नजर आ रहा था। इसी वीडियो के आधार पर पुलिस ने जमात उलेमा-ए-इस्लाम-फजल्स के मुफ्ती अजीजुर रहमान पर पाकिस्तान दंड संहिता की धारा 377 और 506 के तहत केस दर्ज किया था।